Railway Station Stampede News: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई उनके शवों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल और एलएलजेपी अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों की जांच में मौत के कारण साफ हो गए हैं. उनका कहना है कि लोगों के सीने और पेट पर चोट के निशान थे और साथ ही उनका दम घुट रहा था. आरएमएल अस्पताल का कहना है कि इसी वजह से संभवत: उनकी मौत हुई है.
आरएमएल अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. अजय शुक्ला ने एएनआई से बातचीत में कहा, ''हमारे पास पांच शव आए थे. चार महिला और एक पुरुष का शव था. तीन महिलाएं 30-35 वर्ष की थीं जबकि एक महिला की उम्र 70 साल थी. युवक की उम्र 25 वर्ष थी. चार शवों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है.''
घायलों को शरीर के निचले हिस्से में लगी है चोट
एलएनजेपी अस्पताल से यह जानकारी सामने आ रही है कि घायलों को निचले हिस्से और हड्डियों में चोट लगी थी, कुछ घायलों को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. फिलहाल बाकी घायलों का इलाज अस्पताल की एक टीम कर रही है.
भगदड़ का कारण बना ट्रेन का अनाउंसमेंट
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनें अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर लगी थीं और दो ट्रेनें लेट थीं. इस वजह से प्लेटफॉर्म और फुट ओवर ब्रिज पर भारी भीड़ थी. अचानक से लोगों ने दम घुटने की शिकायत की और बेहोश होने लगे जबकि इसी दौरान भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 11 महिलाएं बताई जा रही हैं. बताया जा रहा है कि प्लेटफॉर्म में बदलाव के कारण भी भगदड़ की स्थिति पैदा हुई है. रेलवे ने हालांकि एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी कमान संभाल ली है और वह भी रेलवे स्टेशन पर मुस्तैदी से जुटी हुई है.
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