Delhi Railway Station Stampede News: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ के कारण 18 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. प्रयागराज जाने को लेकर रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ थी. जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागते रहे और दूसरों को रौंदते रहे. इस भागदौड़ में कई लोगों के सामान रेलवे स्टेशन पर छूट गए. किसी की चप्पल तो किसी के कपड़े तो किसी का कोई और सामान रेलवे स्टेशन, फुट ओवर ब्रिज और एस्क्लेटर पर बिखरा रहा जिसे रविवार को रेलवे कर्मचारियों ने साफ किया.
15 फरवरी के इस दुखद हादसे में 18 लोगों की जान चली गई जिनमें पांच बच्चे भी हैं. इनमें से 9 बिहार के रहने वाले थे. ये सभी प्रयागराज जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों को लेकर अलग-अलग स्टेशन से लेकर फुट ओवर ब्रिज पर भी भारी भीड़ थी. राहत अभियान के बाद यात्रियों के कपड़े, जूते, पानी की बॉटल, बैग और अन्य सामान रेलवे परिसर में बिखरे देखे गए. रेलवे के सफाईकर्मियों को इन्हें हटाने के काम में लगाया गया था.
ट्रेनों के लेट होने के कारण भी हुआ हादसा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर थी और नई दिल्ली जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर थी. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी लेट थी. इन ट्रेनों के यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे.
दिल्ली पुलिस की टीम रेलवे स्टेशन पर डटी हुई है. डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, ''गलत अनाउंसमेंट का जो भी फैक्ट होगा वह रेलवे की जांच में आएगा. हम उस पर काम नहीं कर रहे. इस वक्त पूरे प्रबंधन पर काम कर रहे हैं और लोगों को कोई दिक्कत ना हो उस पर काम कर रहे हैं. हमारे थाने में कोई ऐसी रिपोर्ट नहीं आई है कि कोई मीसिंग है. "
रेलवे ने बनाई है उच्च स्तरीय कमेटी- डीसीपी
जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई के सवाल पर डीसीपी ने कहा कि यह रेलवे प्रशासन का विषय है और वह जवाब देगा. इस पर हम कुछ नहीं करह सकते. हालांकि उन्होंने यह जरूर बताया कि घटना की जांच के लिए रेलवे ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है.
ये भी पढ़ें- 'दिल्ली में कांग्रेस निभाएगी विपक्ष की भूमिका', देवेंद्र यादव ने BJP और AAP पर बोला हमला