दिल्ली: NEET PG काउंसलिंग ना होने की वजह से अस्पतालों में नए डॉक्टरों की भर्ती नहीं हो रही जिससे रेजिडेंट डॉक्टर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसी के चलते आज से फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है. वहीं हड़ताल को बढ़ता देख सरकार की तरफ से डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज सुनील कुमार रेजिडेंट डॉक्टरों को समझाने के लिए पहुंचे. जिनका डॉक्टरों ने पुरजोर विरोध किया. लगातार 27 नवंबर से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने मांगे पूरी ना होने के चलते आज से ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी.
इन अस्पतालों में भी बंद हुई सेवाएं
बता दें कि राजधानी दिल्ली के अस्पताल RML और लेडी हॉर्डिंग में भी रेजिडेंट डॉक्टर ने सभी तरह की ओपीडी सुविधा को बंद कर दिया है. जिसके बाद अस्पतालों में आने वाले लाखों मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं 2 दिन पहले भी सफदरजंग में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी, लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं की गई. जिसके बाद बढ़ा कदम उठाते हुए आज रेजिडेंट डॉक्टर्स ने ओपीडी और इमरजेंसी सेवा को बंद कर दिया है.
रेजिडेंट डॉक्टरों ने मांगा लिखित आश्वासन
हड़ताल के चलते सफदरजंग अस्पताल में भी आज सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई है. अस्पतालों में सेवाओं को बंद किए जाने के बाद इस हड़ताल खत्म करवाने के लिए DG डॉक्टर सुनील कुमार रेजिडेंट डॉक्टरों को समझाने के लिए पहुंचे, लेकिन सभी ने उनसे लिखित में आश्वासन की मांग की. सभी रेजिडेंट डॉक्टर का कहना है कि पहले भी मौखिक आश्वासन मिलते रहे हैं लेकिन हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. इसलिए जबतक हमें कोई ठोस या लिखित में पत्र नहीं मिलता तब तक हम पीछे नहीं हटने वाले हैं और हड़ताल को जारी रखेंगे.
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