Delhi News: देश में मंगलवार को दशहरा (Dussehra) पर्व मनाया जा रहा है. इसके साथ ही मूर्ति विसर्जन भी किया जा रहा है. इस दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bharadwaj) ने जनता से बड़ी अपील की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यदि आप मूर्ति विसर्जन के लिए यमुना (Yamuna) में जाते हैं तो इससे नदी प्रदूषित होती है. नदी में मूर्ति विसर्जन का अनुभव भी अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि महिलाएं वहां नहीं जाती हैं क्योंकि भीड़ के कारण धक्का-मुक्की बहुत होती है. उन्होंने कहा कि प्रदूषित जगह पर विसर्जन करने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचता है. इसलिए घाट पर मूर्ति विसर्जन करें. 


सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि प्रदूषित पानी लोगों की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करता है. उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में ऐसे कई घाट बनाए हैं. उन्होंने कहा कि यह एक आस्था कुंज है. यहां दो दर्जन के अधिक पूजा समितियां मूर्ति विसर्जन करेंगी. सौरभ ने कहा कि सरकार ने विसर्जन, संगीत और विसर्जन की पूरी तैयारी की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सिंचाई और बाढ़ विभाग ने पूरी दिल्ली में ये घाट बनाए हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा विसर्जन के लिए लगभग 600 घाट बनाए गए हैं.



सरकार ने किए घाट पर खास इंतजाम


इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि दुर्गा पूजा पूरे साल का सबसे बड़ा त्योहार होता है. उन्होंने आगे कहा कि इस दुर्गा पूजा को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस त्योहार को केवल बंगाल के लोग ही नहीं बल्कि उत्तर भारत के लोग भी इसे बहुत शौक से मनाते हैं. उन्होंने मुर्ती विसर्जन को लेकर कहा कि सरकार ने विसर्जन का पूरा इंतजाम की है. इसके साथ ही सरकार की तरफ से लोगों के लिए बैठने का भी इंतजाम किया गया है. उन्होंने कहा कि पूजा की सरकार की तरफ से घाट पर संगीत का भी इंतजाम किया गया है. 


छठ पूजा के लिए 952 घाट बनाए गए


उन्होंने कहा कि जहां गहरे घाट हैं वहां हमने हाइड्रा मशीन लगाए हैं. ताकि मां की मूर्ति को मशीन से उठा कर पानी के अंदर विसर्जन कर सकें. ऐसे में किसी को चोट भी नहीं लगेगी और मूर्ति विसर्जन भी शांति तरीके से संपन्न हो जाएगा. उन्होंने छठ पूजा पर बात करते हुए कहा है कि छठ पूजा के लिए उनकी सरकार की तरफ से लगभग 952 घाट बनाए गए हैं.


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