Delhi Latest News Today: यूपी, एमपी, उत्तराखंड, महाराष्ट्र की तरह अब दिल्ली में बीजेपी सरकार ने चर्चित स्थानों, स्टेडियम और अन्य संस्थानों के नाम बदलने के संकेत दिए हैं. दिल्ली सरकार के मंत्री और एनडीएमसी के सदस्य प्रवेश वर्मा ने कहा है कि वह नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) की अगली बैठक में तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव लाएंगे.
बीजेपी विधायक और मंत्री प्रवेश वर्मा का यह बयान मंगलवार को नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद आया है. इस दौरान बीजेपी की सांसद बांसुरी स्वराज और एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल की मौजूद रहीं.
शपथ के बाद NDMC बैठक में हुए शामिल
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद प्रवेश वर्मा NDMC की बैठक में शामिल हुए. माना जा रहा है कि वे इस बैठक में तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलने का प्रस्ताव रख सकते हैं. उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मुद्दा उठाया था और अब इसे NDMC के पटल पर रखने की तैयारी में हैं.
महर्षि वाल्मीकि होगा तालकटोरा स्टेडियम का नया नाम
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रचार करते हुए नई दिल्ली के लोगों से स्टेडियम का नाम बदलने का वादा किया था. बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया था. प्रवेश वर्मा ने लोगों से कहा था कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलकर महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा जाएगा.
प्रवेश वर्मा ने कहा था कि 8 फरवरी के बाद NDMC की पहली बैठक में हम तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलकर भगवान महर्षि वाल्मीकि स्टेडियम रखेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि प्रत्येक हवाई अड्डे, स्टेडियम और प्रमुख भवन का नाम किसी ‘भगवान या शहीद’ के नाम पर रखा जाना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया.
नाम बदलने की वजह क्या है?
तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली का एक प्रमुख खेल परिसर है. यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं. प्रवेश वर्मा लंबे समय से इस स्टेडियम का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं. उनका मानना है कि इसका नाम किसी ऐतिहासिक या देशभक्ति से जुड़ी हस्ती के नाम पर होना चाहिए, ताकि युवाओं को प्रेरणा मिले.
NDMC के अधिकार क्षेत्र में आने वाले प्रतीकों के नाम बदलने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई सड़कों के नाम बदले जा चुके हैं. इनमें औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड, डालहौजी रोड का नाम दीनदयाल उपाध्याय मार्ग और रॉस रोड को राजेंद्र प्रसाद रोड नाम शामिल है.
NDMC में क्या भूमिका निभाते हैं सदस्य?
NDMC दिल्ली के खास इलाकों के विकास और प्रशासन की जिम्मेदारी संभालती है. इसके तहत राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, कनॉट प्लेस, लुटियंस दिल्ली जैसे अहम इलाके आते हैं. यहां पर सड़क, बिजली, पानी, सफाई, और सार्वजनिक स्थलों के नामकरण से जुड़े फैसले NDMC लेती है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली के यमुना में क्रूज चलाने का रास्ता साफ, आज होगा MOU पर साइन, जानें क्या है प्लान