Farmers Protest: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गुरु पर्व के मौके पर तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया था. लेकिन किसान अब भी आंदोलनरत हैं. दरअसल किसान संगठन एमएसपी कानून सहित अन्य मांग पूरी करने पर अड़े हुए हैं. किसान संगठनों की अब पूरी दिल्ली में चक्का जाम की योजना है. वहीं 29 नवंबर को दिल्ली में खुले हुए रास्तों पर ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. ऐसे में आज किसान संयुक्त मोर्चा ने दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर नौ सदस्यीय समिति की बैठक बुलाई है जिसमें एमएसपी कानून सहित अन्य मांगों पर फाइनल रोडमैप तैयार किए जाने की उम्मीद है.


आज सुबह 11 बजे होगी बैठक


गौरतलब है कि आज सुबह 11 बजे सयुंक्त किसान मोर्चा की कोर कमिटी 9 सदस्यीय बैठक में डॉ. दर्शनपाल सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, योगेंद्र यादव, जगजीत सिंह ढल्लेवाल, हन्नान मोला, जोगिंद्र सिंह उगराहां, शिवकुमार कक्का व युद्धवीर सिंह शामिल होंगे. इस बैठक को कई मायनों में महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. दरअसल इस बैठक में ही  किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय किए जाने की संभावना है.


दोपहर 12 बजे  संयुक्त किसान मोर्चा की पूर्ण सभा बैठक होगी


वही दोपहर 12 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की पूर्ण सभा बैठक आयोजित की जाएगी. इस बैठक में हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों में आंदोलनो के प्रमुख सहित, सभी कृषि संगठनों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में एमएसपी गारंटी कानून की मांग का अंतिम रोडमैप तैयार किया जा सकता है.


जब तक मांगे पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा- राकेश टिकैत


इस बीच किसान आंदोलन को पूरा एक साल हो गया है. इस एक वर्ष के दौरान किसान आंदोलन में कई नाटकीय मोड़ आए हालांकि ये आंदोलन अब भी जारी है. गौरतलब है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ-साफ कह दिया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि,  जो किसान शहीद हो गए हैं उन्हें याद कर रहे हैं. तीन काले कानून और कोरोना एक साथ आए थे वो बीमारी थी , वो खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी मंजिल बाकी है. सरकार को एमएसपी पर भी गारंटी देनी पड़ेगी.


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