Delhi News: यमुना नदी के प्रदूषण पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यमुना का हाल बेहाल हो गया है। नाले का पानी यमुना में जाता है। पानी को साफ करने की व्यवस्था नहीं है। सारी गंदगी को यमुना में डाली जा रही है। इसी कारण यमुना में प्रदूषण हो रहा है। शायद जो भी दिल्ली के मालिक हैं, वे इस अव्यवस्था से अवगत नहीं हैं। अगर वे शीशमहल से बाहर निकलते तो उन्हें सब दिखाई देता कि दिल्ली के क्या हाल हैं।


दिल्ली सरकार की कोई योजना नहीं 


मीनाक्षी लेखी ने छठ पूजा और यमुना की सफाई को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यमुना के साफ सफाई की दिल्ली सरकार कोई योजना नहीं है. जल निकासी की पूरी दिल्ली में अव्यवस्था फैली हुई है. सीवेज, कचरा और डिटर्जेंट सब यमुना में बहता है. सेप्टिक टैंक का कोई समाधान नहीं, नदी की गंदगी को लेकर कोई विचार नहीं किया जा रहा है. दिल्ली की सारी गंदरी यमुना में बहाई जाती है, जिसका कोई समाधान नहीं है. 


छठ घाट के पास कराई गई फॉगिंग


इसके उलट एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय का कहा है कि घाटों पर रोशनी की व्यवस्था करने और सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए हरेक वार्ड को 40,000 रुपये दिए गए हैं. शैली ओबेरॉय ने बताया कि मच्छरों की रोकथाम के लिए एमसीडी ने छठ घाट के आसपास फॉगिंग की है. छठ घाटों के आसपास पार्किंग की सुविधा दी जा रही है. ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े. महापर्व से पहले सभी पार्कों और घाटों में सफाई अभियान चलाया गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1000 छठ घाटों का​ निर्माण कार्य जारी है. 


बता दें कि चार दिवसीय छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर से हो चुकी है.  इसमें व्रती उपवास करते हैं और आखिरी दो में सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. पहले दिन अस्ताचलगामी सूर्य को और आखिरी दिन उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. यह बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बंगाल, सहित देश की अन्य प्रमुख शहरों में धूमधाम से मनाया जाता है.