Delhi News: देश की सबसे व्यस्त और बड़ी इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 28 जनवरी को बम धमाका करने की हॉक्स कॉल करने वाले आरोपी को IGI एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने आखिराकर गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान कृष्णा महतो (38) के रूप में हुई है. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का रहने वाला है. आरोपी एयरपोर्ट पर धमका करने की कॉल के बाद से ही पुलिस से बचने के लिए लगातार इधर-उधर छुप कर रह रहा था. दिल्ली पुलिस ने उसे कापसहेड़ा इलाके से दबोच लिया.


आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया की 28 जनवरी की शाम करीब पांच बजकर 11 मिनट पर एयरपोर्ट थाने की पुलिस को एक पीसीआर कॉल आई थी. कॉलर ने कहा था, "मैं एयरपोर्ट पर ब्लास्ट कर दूंगा." मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे एयपोर्ट पर हाई अलर्ट और फुल इमरजेंसी घोषित कर दी गई. इन हालातों में पालन किये जाने वाले दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल का अनुसरण करते हुए हवाई यात्रियों की सेफ्टी और सिक्योरिटी को सुनिश्चित कर, पूरे एयरपोर्ट की गहन तलाशी ली गई, जिसमें बम ब्लास्ट की कॉल के हॉक्स होने का पता चला.


पश्चिमी चंपारण क रहने वाला है कॉलर 


IGI एयरपोर्ट थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था. एसीपी IGI एयरपोर्ट की देखरेख में एसएचओ विजेंदर राणा को इस केस की जिम्मेदारी सौंपी गई. एसएचओ राणा की टीम में इंस्पेक्टर अजय कुमार, एसआई प्रेम नारायण और कॉन्स्टेबल विनोद पांडेय को शामिल किया गया. इस टीम को जांच पड़ताल कर हॉक्स कॉल करने वाले आरोपी को पकड़ पर लगाया गया था. टीम ने पीसीआर कॉल करने वाले नंबर पर जब कॉल किया तो वह स्विच ऑफ मिला. जिस पर पुलिस ने उस मोबाइल नंबर पर टेक्निकल सर्विलांस लगाया, लेकिन इससे कॉलर तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस के हाथ कुछ खास सुराग नहीं लगा. हालांकि, पुलिस ने निरंतर टेक्निकल सर्विलांस जारी रखा और मोबाइल नंबर की पूरी डिटेल निकाली, जिससे उन्हें पश्चिमी चंपारण के रहने वाले कृष्णा महतो के नाम पर रजिस्टर्ड होने का पता चला.


कॉलर की तलाश में बिहार में छापेमारी


आईजीआई थाना पुलिस ने पश्चिमी चंपारण के साठी स्थित सोमगढ़ गांव में छापा मारा, लेकिन कृष्णा महतो अपने घर पर नहीं मिला. पुलिस ने उसके परिजनों से भी पुछताछ की, जिन्होंने पुलिस को बताया कि वह मोबाइल नंबर कृष्णा महतो इस्तेमाल करता है. वह दिल्ली में कहीं रहकर मजदूरी करता है. आगे उन्होंने बताया कि वह 28 जनवरी के बाद न तो गांव आया है और न ही उसने किसी को कॉल किया है. बिहार से खाली हाथ लौटी पुलिस ने लगातार उस पर निगरानी जारी रखी और आखिरकार मैन्युअल इंटेलिजेंस की सहायता से कापसहेड़ा में उसके छिपने के ठिकाने से उसे दबोच लिया.


नशे की हालत में किया हॉक्स कॉल 


पूछताछ में आरोपी ने अपनी गलती को स्वीकारते हुए बताया कि वह पांचवीं तक पढा है और मजदूरी करता है. 28 जनवरी की शाम उसने काफी शराब पी थी और और उसी नशे की हालत में उसने बम धमाके की झूठी कॉल की थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है.


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