Elections 2020: राजनैतिक उठापटक के बीच राजधानी दिल्ली में इस बार का लोकसभा चुनाव कई मायनों में खास होने जा रहा है. ऐसा पहली बार होगा कि बीजेपी को साफ करने के लिए दिल्ली में हाथ और झाड़ू यानी कांग्रेस और आप साथ हो गए हैं. इस वजह से दिल्ली में चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है. इसके अलावा, इस बार राजधानी में चुनाव इसलिए भी खास होने वाला है, क्योंकि इस बार चुनाव आयोग मतदान केंद्रों पर दिव्यांग अधिकारियों की तैनाती कर मतदान की जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी में हैं.


केंद्रीय चुनाव आयोग के इस पहल का मकसद चुनाव में दिव्यांगों की भागीदारी बढ़ाना और उनका सशक्तीकरण करना है. 


70 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी संभालेंगे दिव्यांग


पहली बार किये जा रहे इस पहल के तहत दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों के 70 मतदान केंद्रों पर दिव्यांग अधिकारी मतदान की कमान संभालेंगे. जहां वे चुनाव प्रक्रिया की पूरी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. चुनाव आयोग के निर्देश पर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) कार्यालय ने इसकी तैयारी भी कर ली है


दिव्यांग अधिकारी कराएंगे मतदान


दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पी कृष्णमूर्ति ने मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली के सात संसदीय क्षेत्रों में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. इन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 2629 मतदान केंद्र होंगे. जिनमें से एक मतदान केंद्र ऐसा होगा जहां चुनावी ड्यूटी में तैनात दिव्यांग अधिकारी मतदान कराएंगे. इन मतदान केंद्रों में कुल 13,637 मतदान बूथ बनाये जाएंगे.


 71 हजार दिव्यांग मतदाता


बता दें कि दिल्ली में 71 हजार से अधिक दिव्यांग मतदाता हैं. इनमें उत्तर पूर्वी दिल्ली में सबसे ज्यादा 13320 दिव्यांग मतदाता हैं. जबकि पश्चिमी दिल्ली में 12901, उत्तर पश्चिमी दिल्ली में 12758, दक्षिणी दिल्ली में 10262, पूर्वी दिल्ली में 9506, चांदनी चौक में 7528 और नई दिल्ली में 5519 दिव्यांग मतदाता हैं. बात करें राजधानी के कुल मतदाताओं की तो यहां मतदाताओं की संख्या 14718119 है. जिनमें 7986572 पुरुष, 6730371 महिला मतदाता हैं. इनमें से लगभग साढ़े चार लाख मतदाता ऐसे हैं, जो पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे. जिनमें 73 प्रतिशत संख्या महिलाओं की है.


Delhi BJP Protest: दिल्ली में बीजेपी का प्रदर्शन, वीरेंद्र सचदेवा ने की CM से इस्तीफे की मांग