Delhi Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भले ही दिल्ली में कांग्रेस अपने हिस्से में आई 3 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान न की हो, लेकिन चुनाव की तारीखों की घोषणा और आचार संहिता लागू होने के बाद से बीजेपी पर लगातार हमलावर बनी हुई है. इसी बीच चुनावी दंगल में बीजेपी के दिल्ली प्रत्याशियों पर भी कांग्रेस ने निशाना साधना शुरू कर दिया है.


दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने इस चुनावी लड़ाई में एक कदम आगे बढ़ाते हुए अब सीधे मतदाताओं को बीजेपी के उम्मीदवारों पर किसी भी प्रकार से भरोसा न करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के सभी सातों उम्मीदवार झूठे वादे कर रहे हैं, इसलिए दिल्ली की जनता को उनपर विश्वास नहीं करना चाहिए.


अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि केंद्र में बीजेपी सरकार होने के बावजूद, बीजेपी के वर्तमान सांसद पिछले दस सालों में अनधिकृत कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना अधिकार देने और इन कॉलोनियों को नियमित करने के प्रयास में विफल रहे हैं तो फिर इस बार के बीजेपी प्रत्याशी जीत के बाद कैसे उन कामों को पूरा करेंगे. 


बीजेपी सांसदों ने नहीं किया फंड का उपयोग


लवली ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस बीजेपी सांसदों के खिलाफ उनकी निष्क्रियता और गैर-प्रदर्शन के लिए आरोप पत्र लाएगी. पिछले दस सालों में, उन्होंने राजधानी के विकास के लिए एमपीएलएडी निधि का उपयोग नहीं किया, क्योंकि वे निर्वाचित होने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्रों से गायब हो गए थे. यही वजह है कि बीजेपी को दिल्ली के सात मौजूदा सांसदों में से छह को बदलने की आवश्यकता पड़ी. पहले भी बीजेपी सांसदों को बदला गया था, क्योंकि उन्होंने किसी नई परियोजना को लागू किए बिना केवल कोरे वादे ही किए थे.


महज 12 गांवों को बीजेपी सांसदों ने लिया गोद


कांग्रेस नेता ने कहा कि गांवों के विकास के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत सांसदों से 56 गांवों को गोद लेने की उम्मीद थी, लेकिन सिर्फ 12 गांवों को ही गोद लिया गया. दिल्ली के प्रत्येक सांसद को 2024 तक 5 गांवों को गोद लेना और विकसित करना था,, लेकिन भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, राजधानी 'शून्य प्रतिशत' विकास के साथ इस लिस्ट में सबसे निचले पायदान पर है. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सांसदों की ओर से अपने क्षेत्र में विकास के लिए सांसद निधि के पूरे फंड का इस्तेमाल नहीं किए जाने का भी आरोप लगाया.


मेट्रो नेटवर्क के विस्तार का श्रेय ले रही बीजेपी
वहीं लवली ने बीजेपी के सांसदों औक केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने पिछले दस सालों में नए स्कूल, अस्पताल या अन्य बुनियादी ढांचा तैयार करने में कोई योगदान नहीं दिया. बावजूद इसके बीजेपी की केंद्र सरकार, कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू की गई परियोजनाओं, जैसे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार और सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण का श्रेय ले रही है. इस परियोजनाओं में देरी के परिणामस्वरूप निर्माण लागत में वृद्धि हुई. वहीं उन्होंने सामुदायिक रसोई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पूर्वी दिल्ली के सांसद क ओर से सरकारी जमीन पर शुरू की गई सामुदायिक रसोई बंद कर दी गई है, जो बीजेपी की जनविरोधी नीतियों का एक और उदाहरण है.


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