Delhi News: राजधानी दिल्ली की सड़कों पर हमेशा ही तेज रफ्तार में वाहन फर्राटे भरते रहते हैं, नतीजन पैदल राहगीरों को सड़क पार करने में कई बार मुसीबतों का सामना करना पड़ता है, और ये कभी-कभी लोगों के लिए जानलेवा भी साबित हो जाता है. जिससे बचाने के लिए दिल्ली की कई मुख्य सड़कों पर पैदल राहगीरों के लिए फुटओवर ब्रिज बनाए गए हैं, जिससे लोग बिना किसी जोखिम के सड़क के एक तरफ से दूसरी तरफ आवाजाही कर सकें.
थकावट की वजह से लोग सीढियां चढ़ने से बचते हैंलेकिन ऐसा पाया गया कि फुटओवर ब्रिज (foot over bridge) की सीढ़ियों पर चढ़ने और उतरने के दौरान होने वाली थकावट और इसमें लगने वाले समय के कारण कई बार लोग फुटओवर का इस्तेमाल न करके सड़क पार करने की कोशिश करते हैं, जिससे कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. इससे पैदल राहगीर को तो खतरा होता ही है, साथ ही वाहन चालकों के लिए भी कई बार यह घातक को जाता है. जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी की सभी फुटओवर ब्रिज को लिफ्ट या एस्किलेटर से लैस किये जाने की योजना बनाई और उसी के तहत फुटओवर ब्रिज को एस्केलेटर और लिफ्ट युक्त किया जा रहा है.
तीन नए फुटओवर ब्रिज को किया जाएगा एस्किलेटर या लिफ्टयुक्तइसी कड़ी में मथुरा रोड पर प्रगति मैदान (Pragati Maidan) के पास बने तीन नए फुटओवर ब्रिज में लिफ्ट या एस्किलेटर लगाया जा रहा है, जिससे मथुरा रोड पर सड़क पार करने वाले लोगों को काफी सहूलियत हो जाएगी. जानकारी के मुताबिक, काका नगर और प्रगति मैदान गेट नंबर 6 के पास बने फुटओवर ब्रिज में एस्केलेटर लगाए जाएंगे, जबकि सुप्रीम कोर्ट के पास बने फुटओवर ब्रिज में लिफ्ट लगाया जाएगा.
एस्किलेटर का पैनल चुरा ले गए थे चोरबता दें कि फुटओवर ब्रिज में एस्केलेटर लगाने का काम जॉनसन कंपनी को दिया गया था. छह महीने पहले कंपनी ने काम शुरू किया था. काम चल ही रहा था कि चोरों ने दोनों फुटओवर ब्रिज से उस पैनल को ही चुरा लिया, जिसमें एस्किलेटर लगाया जाना था. जिसके कारण एस्केलेटर का काम अटक गया था. लेकिन कंपनी ने फिर से पैनल मांगा लिए हैं और अगले डेढ़ महीने में इसे लगा कर चालू कर दिया जाएगा. जिसके बाद लोग बिना किसी परेशानी के सड़क की एक तरफ से दूसरी तरफ आवाजाही कर पाएंगे.
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