Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली देहात के गांवों के विकास के लिए दिल्ली ग्रामोदय अभियान की शुरुआत कर 800 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा बीते महीने की थी. जिसे जमीनी स्तर पर कार्यान्वित किये जाने को लेकर अब विभागीय अधिकारियों द्वारा कवायद भी शुरू कर दी गई है. इसके लिए जहां बीते दिनों दिल्ली देहात के गांव में पालम 360 खाप के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी की अध्यक्षता में देहात के लोगों के साथ विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने बैठक कर उनकी मांगों और गांव की आवश्यकता के साथ समस्याओं की जानकारी ली थी. वहीं अब, उपराज्यपाल ने गांव के विकास और जरूरी योजनाओं को समझने के लिए सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को एक रात गांव में गुजारने का निर्देश दिया है.


अफसरों को विकास के लिए गांव में रात ​गुजारने का आदेश 


उपराज्यपाल के इस निर्देश का उद्देश्य गांवों में रहने वाले लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति और चुनौतियों का मूल्यांकन करना है. गांव में रात बिताने के बाद अधिकारियों के दिए गए सुझाव के आधार पर गांवों के इफ्रास्ट्रक्चर और विकास की दिशा निर्धारित की जाएगी. साथ ही उपराज्यपाल ने यह भी निर्देश दिया है कि NCC स्कूलों की कवरेज को बढ़ाने के लिए भी योजना बनाई जाए, ताकि राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को बढ़ावा दिया जा सके.


कल सुबह तक रहंगे गांव में


राज निवास में 180 गांवों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद सभी जिला अधिकारियों (डीसी) को अपने जनपदों के गांवों में रात बिताने का आदेश दिया है. सभी 11 जिले के जिला अधिकारियों को आज चयनित गांवों में पहुंचना होगा और वहां कल यानी 8 जनवरी की सुबह तक रुककर गांव के विकास कार्यों योजना तैयार करने को कहा है. इसका मकसद डीडीए द्वारा 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दिल्ली के गांवों के लिए पुनर्निर्माण और विकास योजना को तैयार करना है और इसके लिए गांववालों की सहमति लेनी है.


रात में अधिकारी करेंगे ये काम


दिल्ली देहात के लवेस्ट में बापरोला, नॉर्थ वेस्ट में तातेसर ग्रामीण, साउथ वेस्ट में खेड़ा डाबर, साउथ में फतेहपुर बेरी, साउथ ईस्ट में पुल प्रह्लादपुर, ईस्ट में चिल्ला सरोदा बागर, शाहदरा में बाबरपुर, नॉर्थ वेस्ट में बाकियाबाद, सेंट्रल में जगतपुरी, नई दिल्ली में समालखा और नॉर्थ में पल्ला गांव में अधिकारी आज रात बिताने के लिए पहुंचेंगे. जहां सुबह के समय मे जिला अधिकारी गांव के लोगों के साथ संवाद करेंगे. इसके बाद दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक वे उन जगहों का दौरा करेंगे, जहां पर काम किया जाना है. इसके बाद शाम 6 से 7 बजे के बीच गांव के लोगों के साथ अलाव के साथ चर्चा की जाएगी.


360 गांव के लोगों की मुहिम का असर


एबीपी लाइव से बात करते हुए पालम 360 गांव के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने बताया कि 2021 से लगातार अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के मंत्री कैलास गहलोत से इस मामलें पर लगातार पत्राचार और ज्ञापन देने साथ सिर्फ भरोसा का सिलसिला चलता रहा. आखिरकार थक कर बीते सितंबर 2023 को दिल्ली के LG से मुलाकात कर गांव और वहां रहने वाले लोगों को हो रही परेशानी से अवगत कराया. अब LG साहब के द्वारा अपने अधिकारियों को गांव का सर्वेक्षण करने का आदेश देने के बाद सभी गांव के लोगों को भरोसा हो गया कि अब हमें अपने गांव में अच्छे स्कूल, कॉलेज, अस्पताल समेत अन्य वह सुविधाऐं जो शहरों में मिलती है, वो अब गांव वालों को मिलेगी.