Delhi News: कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम आने आने के बाद दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों ने बीजेपी पर हमले तेज कर दिए हैं. पहलवानों का कहना है कि हमने तो सरकार से कई बार मांग की है कि बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करो और WFI पर जिन्होंने कब्जा किया है, उसे हटाया जाए. भारतीय कुश्ती संघ की जिम्मेदारी ऐसे व्यक्ति को दिया जाए जिससे बेटियां सुरक्षित महसूस कर सके. 


पहलवानों का कहना है कि हम तो शुरू से कह रहे हैं की कुश्ती का नुकसान नहीं होना चाहिए. IOA अपनी देखरेख में ट्रायल करा लें. पहलवानों की  कंपीटिशन लगातार जारी रहने चाहिए. IOA ने पदाधिकारियों को हटाया है, ये अच्छा कदम है. हम लोग इसका समर्थन करते हैं. WFI में बृजभूषण शरण सिंह के आदमियों का जो कब्जा है वह खत्म होना चाहिए. 


धरने का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं
इस मामले में सरकार को बीच का रास्ता निकालने के लिए हमारे जो बड़े हैं, उनसे बातचीत करने की जरूरत है. खाप पंचायत के लोगों के साथ बात करनी चाहिए. बेटियों के साथ जो अन्याय हुआ है उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो. राजनीतिक पार्टियां यहां वोट मांगने नहीं आ रही है. हमारी जो मांग है उसी का समर्थन करने आ रहे हैं. हमें सलाह नहीं देते हैं. हम शुरू से कह रहे हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी के लोगों को भी आना चाहिए. इस मामले पर राजनीति होनी ही नहीं चाहिए. हम किसी पार्टी को सपोर्ट नहीं करते. किसी राजनीतिक पार्टी से हमारे लेना देना नहीं है. 


बृजभूषण की क्यों नहीं हुई अभी तक गिरफ्तारी


हम लोग धरने पर तब तक बैठेंगे, जब तक फैसला नहीं हो जाता. हम आर-पार करने के मूड में हैं. जब बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट लग गया तो फिर उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है. पहलवानों को राजनीति से अलग रहना चाहिए. कर्नाटक में कौन जीता, कौन हारा हमें उस से मतलब नहीं है. हमें अपने गेम से मतलब है और उसमें अगर भ्रष्टाचार होता है तो हम उसके खिलाफ रहेंगे.


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