दिल्ली सरकार ने इस साल कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के स्वागत और सुविधा के लिए भव्य इंतजाम किए हैं. दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया कि कांवड़िया आने शुरू हो गए हैं और सहायता राशि संबंधित समितियों को पहले ही ट्रांसफर कर दी गई है. इस बार राजधानी में 17 प्रमुख स्थानों पर भव्य स्वागत द्वार बनाए गए हैं, जिनके नाम 12 ज्योतिर्लिंगों पर रखे गए हैं. 

कपिल मिश्रा ने कहा कि जैसे महाकुंभ में श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए द्वार बनाए जाते हैं, वैसे ही दिल्ली में भी व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं 20 जुलाई को कांवड़ियों का स्वागत करने स्वयं पहुंचेंगी.

किसी के पेट में दर्द होता है तो हो- कपिल मिश्रा

कपिल मिश्रा ने कुछ विपक्षी नेताओं के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी. खासतौर पर दानिश अली के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि यह तो होगा ही. उन्होंने कहा, “हमने हाईवे बंद नहीं किया है, बल्कि कांवड़ियों के लिए अलग रास्ते बनाए गए हैं. उनका स्वागत पलकें बिछाकर किया जाएगा. किसी के पेट में दर्द होता है तो हो. अभी तो उनके पेट में मरोड़ भी उठेंगे."

कालिंदी कुंज पर यात्रा से लगने वाले जाम पर क्या बोले कपिल मिश्रा?

कालिंदी कुंज इलाके में कांवड़ यात्रा के कारण लगने वाले ट्रैफिक जाम को लेकर मंत्री ने सफाई दी. उन्होंने कहा, “जब करोड़ों लोग एक साथ एक स्थान पर आते हैं, तो ट्रैफिक की समस्या होना सामान्य है. लेकिन, यह कहना गलत है कि जाम सिर्फ कांवड़ यात्रा की वजह से हो रहा है. ऐसी कोई जगह नहीं है जहां पहले जाम नहीं लगता था और अब लग रहा हो. लोगों की आस्था को बदनाम करने का प्रयास नहीं होना चाहिए.”

दिल्ली सरकार ने इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर जो तैयारी की है, वह पहले की तुलना में कहीं अधिक व्यापक और श्रद्धालु-केंद्रित मानी जा रही है. स्वागत द्वारों के अलावा, स्वास्थ्य सेवा, जल आपूर्ति, और विश्राम स्थलों की व्यवस्था भी की गई है. सरकार का दावा है कि धार्मिक आस्था और जन सुविधा के संतुलन को बनाए रखते हुए यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाया जा रहा है.