Jai Hind Camp Vasant Kunj Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जय हिंद कैंप में बुलडोजर एक्शन के डर का आलम है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद यहां धरना दे रहे हैं. सागरिका घोष, सुखेंदु शेखर रॉय और साकेत गोखले के साथ टीएमसी नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन धरने में शामिल हुए हैं. 

घोष, रॉय और गोखले के अलावा, टीएमसी सांसद डोला सेन भी 24 घंटे के विरोध प्रदर्शन में बैठी हैं. इन सांसदों ने सोमवार दोपहर 3 बजे धरना शुरू किया था. स्थानीय लोग भी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. 

बिजली काटी गई

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अतिक्रमण के आरोपों के एक मामले में 8 जुलाई को अदालत के आदेश के बाद  जय हिंद कैंप की बिजली काट दी गई थी. घोष ने एक्स पर कुछ स्थानीय लोगों का एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने इस कार्रवाई की निंदा की.

ड्राइवर के रूप में काम करने वाले एक निवासी नायब हुसैन ने कहा कि उनके पास आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे पहचान प्रमाण हैं वीडियो में उन्होंने कहा, "हम भारतीय हैं... हमारे पास सबूत हैं, हमें इस तरह अपमानित क्यों किया जा रहा है? हमें भी बाकियों की तरह सम्मान मिलना चाहिए." 

घोष ने पोस्ट में कहा, "कूचबिहार की रूमा एक बंगाली हैं, जिन्हें 'बांग्लादेशी' कहकर निशाना बनाया गया और दिल्ली पुलिस ने उन्हें कैद कर लिया. आखिरकार रिहा होने से पहले उन्हें अपने दादा के ज़मीन के रिकॉर्ड दिखाने पड़े." 

ममता बनर्जी निकालेंगी मार्च

टीएमसी सांसदों ने रविवार को भी इलाके का दौरा किया और स्थानीय लोगों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से मदद का आश्वासन दिया. तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कई राज्यों में बंगाली भाषी प्रवासी कामगारों को परेशान किया जा रहा है .

 पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी इस मुद्दे पर आज कोलकाता में एक विरोध मार्च निकालने वाले हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि बंगाली भाषी होने के कारण उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. 

उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने कुछ महीने पहले एक सत्यापन किया था और इलाके में एक भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या नहीं मिला. यह बस्ती वसंत कुंज और मसूदपुर के बीच स्थित है. यहां करीब 5,000 लोग रहते हैं. निवासियों में से अधिकांश का दावा है कि वे पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से हैं.