Delhi News: दिल्ली विश्वविद्यालय हिंदुत्व के इतिहास से संबंधित विभिन्न पहलुओं जैसे हिंदू धर्म की गतिशीलता, इतिहास, दर्शन और उसकी वैश्विक प्रासंगिकता, हिंदुत्व का मानव समाज के विकास के अलग-अलग चरणों में योगदान जैसे पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस वर्ष एक हिंदू अध्ययन केंद्र शुरू करेगा. डीयू के एक अधिकारी ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की है. अधिकारी ने बताया कि हिंदू अध्ययन को लेकर जरूरी प्रस्ताव नौ जून को विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद् की बैठक में पास हुआ था.  डीयू प्रशासन द्वारा हिंदू अध्ययन केंद्र के तहत शिक्षा सत्र 2023-24 से ही हिंदू स्टडीज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू होगी. 


इस पहलुओं पर जोर देने की योजना


हाल ही में डीयू साउथ दिल्ली कैंपस के डायरेक्टर प्रकाश सिंह ने कहा था कि विश्वविद्यालय में एक हिंदू अध्ययन केंद्र की जरूरत लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी. अभी तक 23 भारतीय विश्वविद्यालयों में हिंदू अध्ययन में कोर्स संचालित हैं. अब दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी फैसला लिया है कि यहां हिंदू स्टडीज के लिए भी एक सेंटर होना चाहिए. हमारे पास अभी तक बौद्ध अध्ययन के लिए एक केंद्र हैं, लेकिन हिंदू अध्ययन के लिए कोई केंद्र नहीं हैं. इस कमी को पूरा करने के लिए हिंदू अध्ययन केंद्र के तहत छात्रों को हिंदुत्व के इतिहास, दर्शन, हिंदू संप्रदायों, वेद, पुराणों से लेकर अन्य पहलुओं  के अध्ययन और शोध पर जोर दिया जाएगा. फिलाल, पोस्ट ग्रेजुएट और रिसर्च में पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया है. कुछ समय बाद अंडरग्रेजुएट कोर्स शुरू कर सकते हैं.


कल से शुरू होगी डीयू में एडमिशन प्रक्रिया


बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदू अध्ययन केंद्र के तहत शिक्षा सत्र 2023-24 से स्नातकोत्तर कार्यक्रम शुरू करेगा. साथ ही नए सत्र के लिए डीयू में अलग-अलग पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया बुधवार से शुरू होने जा रही है. एडमिशन प्रोसेस का संचालन दक्षता के साथ करने के लिए डीयू (Delhi University) 14 जून से अपना CSAS पोर्टल शुरू करेगा. इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय के 65 कॉलेजों में 70 हजार अंडरग्रेजुएट सीटों पर योग्य छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. 


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