Delhi Crime News: दुनिया की अति सुरक्षित माने जाने वाले तिहाड़ जेल में शुक्रवार देर शाम कैदियों के बीच गैंगवार की वारदात ने सबको चौंकाकर रख दिया. गैंगवार की घटना में कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की चाकू और सुआ से गोदकर हत्या कर दी गई. प्रिंस तेवातिया लॉरेंस विश्नोई गैंग का बताया जा रहा है. जेलकर्मियों की मानें तो विरोधियों ने प्रिंस पर डेढ़ दर्जन से ज्यादा वार किए. इस घटना के बाद हरिनगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर हत्या की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार की इस वारदात में छह अन्य लोग घायल हुए हैं. जिसमें प्रिंस की हत्या का मुख्य आरोपी अत्तातुर रहमान भी शामिल है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रिंस तेवातिया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा का करीबी माना जाता था. तिहाड़ जेल के अधिकारी ने बताया कि 30 वर्षीय प्रिंस तेवातिया तिहाड़ स्थित जेल नंबर तीन में बंद था. उसे दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दिल्ली कैंट इलाके में पिस्तौल दिखाकर एक लग्जरी गाड़ी लूटने के आरोप में गत वर्ष दिसंबर में गिरफ्तार किया था. इसी जेल में अब्दुल रहमान बंद है. आज शाम अत्तातुर रहमान और प्रिंस के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. विवाद बढ़ने पर प्रिंस ने अत्तातुर रहमान पर हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए. अत्तातुर रहमान के समर्थकों ने प्रिंस के साथ मौजूद विनय और बॉबी को पकड़ लिया. उसके बाद आरोपियों ने मिलकर प्रिंस पर चाकू और सुआ से हमला कर दिया. आरोपियों ने करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा वार किए. 


जेल में झगड़े की सूचना पर पहुंचे जेल अधिकारियों ने सभी को अलग किया और घायलों को तिहाड़ के सेंटर अस्पताल पहुंचाया. जहां से प्रिंस को डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया गया. डीडीयू में उपचार के दौरान प्रिंस की मौत हो गई. जबकि विनय, बॉबी, अब्दुल रहमान और उसके साथी घायल हैं. जेल प्रशासन की ओर से स्थानीय एसडीएम और हरिनगर थाना पुलिस को गैंगवार की सूचना दी गई. हरिनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.


जेल में वर्चस्व को लेकर हुआ झगड़ा


जेलकर्मियों ने बताया कि अत्तातुर और प्रिंस के बीच तिहाड़ की जेल नंबर  तीन में वर्चस्व कायम करने को लेकर झगड़ा हुआ था. प्रिंस अक्सर जेलकर्मियों और अन्य कैदियों पर अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए रौब जमाता था. जिसे लेकर जेल में बंद अन्य कैदी अक्सर उसके गैंग के सदस्यों से झगड़ा करते थे. शुक्रवार को प्रिंस ने अत्तातुर रहमान के साथियों से काम के लिए बोल रहा था, जिसका उन्होंने विरोध किया. विरोध करने पर प्रिंस ने रहमान पर हमला कर दिया. दोनों के बीच झगड़ा बढ़ गया और दोनों के समर्थक आपस में भीड़ गए.


दक्षिणी दिल्ली में सक्रिय था तेवातिया का गिरोह..


मृतक प्रिंस का गिरोह दक्षिणी दिल्ली में सक्रिय था. वर्ष 2010 में प्रिंस का नाम पहली बार उस समय सामने आया जब उसने दिल्ली का दाऊद नाम से मशहूर हाशिम बाबा से हाथ मिला लिया था. हाशिम से दोस्ती के बाद प्रिंस ने दक्षिणी दिल्ली के गंगवाल गैंग और रोहित चौधरी गैंग से सीधी टक्कर देने लगा था. प्रिंस ने सट्टेबाज, शराब माफिया और अवैध कब्जे करने वाले लोगों से उगाही शुरू कर दी थी.


इस गैंग से है अत्तातुर रहमान का लिंक....


जेल सूत्रों के मुताबिक आरोपी अत्तातुर रहमान का दक्षिणी दिल्ली में सक्रिय रोहित चौधरी और रवि गंगवाल गैंग से कनेक्शन का बताया जा रहा है. इस गैंग से प्रिंस का पहले से ही छत्तीस का आंकड़ा था. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.


लॉरेंस से मिला लिया था हाथ


दिसंबर 2022 में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने प्रिंस को गाड़ी लूट के मामले में गिरफ्तार कर लिया था. प्रिंस ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से हाथ मिला लिया था. इसके बाद वह अपना नेटवर्क खड़ा करने लगा. उसने बिश्नोई गिरोह के हरियाणा नेटवर्क का सहारा लिया और पंजाब से हथियारों की बड़ी खेप मंगवाई थी. पुलिस ने प्रिंस के पास से हथियारों का यही जखीरा बरामद किया था, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि प्रिंस का गिरोह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला था.


यह भी पढ़ें:  Delhi: FIR में अब नहीं होगा उर्दू और फारसी के शब्दों का इस्तेमाल, दिल्ली पुलिस का बड़ा फैसला