Gurugram News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा  था कि खुले में नमाज नहीं पढ़ी जानी चाहिए. जिसके बाद इस उद्देश्य के लिए कुछ साइटों को आरक्षित करने के पहले के फैसले को वापस ले लिया गया था. वहीं एक पूर्व सांसद के नेतृत्व में मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा है और प्रशासन ने शुक्रवार की नमाज के लिए नए स्थान आवंटित किए हैं या नहीं, इस पर स्पष्टता मांगी है.


 ज्ञापन में पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा, 'जिला प्रशासन ने शहर में जुमा की नमाज के लिए 37 जगहों को मंजूरी दी थी. फिर, प्रशासन द्वारा इसे घटाकर 20 कर दिया गया. अब, सीएम ने पिछले शुक्रवार को घोषणा की कि खुले स्थानों में प्रार्थना की अनुमति वापस ले ली गई है और प्रार्थना के लिए नए स्थानों को लेकर चर्चा की जाएगी. इसलिए मैं जानना चाहता हूं कि क्या प्रशासन ने जुमा की नमाज के लिए नए स्थान आवंटित किए हैं और यदि हां, तो ये कौन से स्थान हैं?


डीसी के कार्यालय में सौंपा गया है ज्ञापन


द इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अदीब ने कहा कि, "हमने डीसी के कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा है. जब एक नई टाउनशिप विकसित होती है, तो हमेशा पार्क, धार्मिक स्थल, सामुदायिक केंद्रों का प्रावधान होता है. मैं प्रशासन से जानना चाहता हूं कि पिछले कुछ वर्षों में गुड़गांव के 113 सेक्टरों में मस्जिदों और मुस्लिम सामुदायिक केंद्रों के लिए कितनी जमीन आवंटित की गई है?


अदालत का दरवाजा खटखटाने का लिया गया है फैसला


अदीब ने बताया कि अधिकारियों से भूमि का अनुरोध करने वाले सभी आवेदनों को खारिज कर दिया गया है. वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर कब्जा है. हर हफ्ते दक्षिणपंथी समूहों की ओर से व्यवधान होता है, लेकिन पुलिस और प्रशासन कोई कार्रवाई करने में विफल रहा है. हमने व्यवस्था पर से विश्वास खो दिया है और इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है." उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर स्पष्टता के लिए सोमवार को डीसीपी (पश्चिम) से भी मुलाकात की थी.


आने वाले शुक्रवार को नमाज करने को लेकर चाहते हैं स्पष्टता


वहींजमीयत उलेमा, गुड़गांव के अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने कहा, “हम डीसी से मिलने गए थे, लेकिन वह उपलब्ध नहीं थे. इसके बाद हम डीसीपी से मिले, जिन्होंने हमें डीसी से संपर्क करने के लिए कहा. नमाज पर सीएम के बयान के आलोक में, कि शुक्रवार की नमाज के लिए पहले से आरक्षित स्थलों को वापस ले लिया गया है, हम प्रशासन से स्पष्टता चाहते हैं कि क्या कोई नया स्थान तय किया गया है. इस आने वाले शुक्रवार को हम कहाँ प्रार्थना करने जा रहे हैं?”


वहीं डीसीपी वेस्ट दीपक सहारन ने कहा: "प्रतिनिधिमंडल ने हमें बुलाया था और हमने उन्हें डीसी के कार्यालय में निर्देशित किया क्योंकि यह मामला उनसे संबंधित है."


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