दिल्ली छात्रसंघ चुनाव में प्रचार का शोर बुधवार (17 सितंबर) को थम चुका है. इससे पहले दिग्गज नेताओं ने छात्रों के लिए प्रचार प्रसार में अपनी ताकत झोंक दी. गुरुवार (18 सितंबर) को वोट डाले जाएंगे जबकि शुक्रवार (19 सितंबर) को डूसू चुनाव के परिणाम सभी के सामने होंगे. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव परिणामों के बाद दिल्ली जश्न मनाने को लेकर हाईकोर्ट ने बैन लगा दिया है.

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दिल्ली छात्रसंघ चुनाव में इस बार अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिवों के पदों के लिए कुल 20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे. इस चुनाव में SFI और AISA ने गठबंधन किया है. जबकि मुख्य मुकाबला एबीपीवी और एनएसयूआई के बीच माना जा रहा है.

NSUI ने इन छात्र नेताओं पर लगाया दांव 

दिल्ली छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर जोसलीन नंदिता चौधरी पर भरोसा जताया है. वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए राहुल झांसला, सचिव के लिए कबीर और संयुक्त सचिव पद के लिए लवकुश भड़ाना को उम्मीदवार बनाया है.

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ABVP ने इन छात्र नेताओं को दिया टिकट 

इसके अलावा डूसू चुनाव में एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान को उम्मीदवार बनाया है. उपाध्यक्ष पद के लिए गोविंद तंवर, सचिव पद पर कुनाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद के लिए दीपिका झा को प्रत्याशी बनाया गया है.

SFI-AISA ने इन्हें बनाया प्रत्याशी

दिल्ली छात्रसंघ चुनाव में एसएफआई-आईसा गठबंधन भी मैदान में है. आईसा की तरफ से अंजलि को अध्यक्ष पद पर उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं उपाध्यक्ष सोहन कुमार यादव, सचिव अभिनंदना प्रत्याशी और संयुक्त सचिव अभिषेक कुमार को टिकट दिया गया है.

कितने कॉलेज के छात्र करेंगे वोटिंग?

डूसू चुनाव में इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी के 52 कॉलेज और विभागों के 2.75 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स वोटिंग करेंगे. छात्रसंघ चुनाव में ईवीएम और कालेज के काउंसलर के लिए मतदान बैलेट पेपर से किया जाएगा. इस चुनाव में करीब 700 ईवीएम के जरिए वोटिंग होगी. 

कैसी है चुनाव की तैयारी?

डूसू चुनाव समिति के मुख्य रिटर्निंग ऑफिसर (CRO) डॉ. राजेश सिंह ने मतदान की तैयारियों और प्रक्रिया को लेकर बताया, "डूसू चुनाव 2025 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए दिल्ली पुलिस से हमें पूरा सहयोग मिला है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बार कुल 52 कॉलिंग केंद्र बनाए गए हैं ताकि छात्रों को वोट डालने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो."

मतदान की तारीख और समय

कल, यानी 18 सितंबर को मतदान दो शिफ्टों में होंगे.

सुबह की शिफ्ट (मॉर्निंग कॉलेज): सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक.

दूसरी शिफ्ट (इवनिंग कॉलेज): दोपहर 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक.

डॉ. सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि डूसू चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि कॉलेज काउंसलर के लिए बैलेट पेपर से वोट डाले जाएंगे. इस बार डूसू चुनाव 2025 में कुल 2.75 लाख से ज्यादा छात्र अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. चुनाव के नतीजे 19 सितंबर की शाम तक घोषित कर दिए जाएंगे.

दिग्गजों ने किया प्रचार

बता दें कि इस बार छात्र नेताओं के समर्थन में दिग्गज नेताओं ने चुनाव प्रचार किया. एनएसयूआई के प्रत्याशियों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कैंपेन किया. वहीं एबीवीपी के प्रत्याशियों के लिए भी राजस्थान सरकार में मंत्री और दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा और हरियाणा बीजेपी के प्रभारी सतीश पूनिया भी प्रचार करते नजर आए.

पिछली बार ऐसे रहे थे नतीजे

अगर दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के पिछली बार के नतीजों पर नजर डालें तो पिछली बार अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई ने बाजी मारी थी. साथ ही संयुक्त सचिव के पद भी एनएसयूआई ने जीत का परचम लहराया था. पिछली बार रौनक खत्री अध्यक्ष और पर लोकेश संयुक्त सचिव पद पर जीते थे. इसके अलावा उपाध्यक्ष और सचिव पद पर एबीवीपी की जीत हुई थी. इसें भानू प्रताप उपाध्यक्ष और मृत्रवृंदा की सचिव पद पर जीत हुई थी.