क्रिसमस 2025 से पहले ही दिल्ली में इस त्योहार को लेकर विवाद खड़ा होता दिख रहा है. दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश इलाके की मार्केट में सोमवार (22 दिसंबर) की शाम करीब 12 महिलाएं और बच्चे सांता क्लॉज वाली लाल टोपी लगाकर त्योहार के बारे में लिखी जानकारी का पैम्प्लेट बांट रहे थे. तभी मार्केट में मौजूद लोगों ने इसपर आपत्ति जतानी शुरू कर दी. इतना ही नहीं, महिलाओं को मार्केट से जाने के लिए तक बोल दिया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस मामले को समझने के लिए एबीपी न्यूज़ की टीम घटनास्थल पर पहुंची, जहां कल शाम 7.30 बजे के कुछ महिलाएं और बच्चे 'मैं क्रिसमस क्यों मनाऊं?' के शीर्षक वाले पैम्प्लेट को दुकानदारों और राहगीरों में बांट रहे थे. तभी कुछ लोगों ने इन्हें ऐसा करने से मना किया और मार्केट से भगा दिया.
'महिलाओं की वजह से लग गया था ट्रैफिक'
जिन लोगों ने इस पर आपत्ति जताई उन्होंने एबीपी न्यूज को बताया कि वो लोग सड़क को जाम करके पैम्प्लेट बांट रहे थे और 'मेरा यीशु, मेरा यीशु' गाना बजा रहे थे. उन्होंने प्रशासन से इसकी इजाजत भी नहीं ली थी. इसकी वजह से सड़क पर जाम लग गया. इसलिए इन्हें यहां से जाने के लिए बोल दिया गया.
लोगों ने ये भी माना कि महिलाओं से कहा गया कि अपने घर पर क्रिसमस मनाएं, क्योंकि इसमें कुछ गलत नहीं है. उनका कहना है कि हम भी अगर शोभायात्रा निकालते हैं तो पहले पुलिस प्रशासन से इजाजत लेते हैं. हमने कभी पैम्प्लेट नहीं बांटे कि दिवाली क्यों मनाई जाए? शादी, या बारात में भी जब सड़कें रोकी जाती हैं तो वो एक बार होता है लेकिन क्रिसमस तो हर साल ही आता है और ये महिलाएं भी यहां इस इलाके की नहीं थीं, कहीं बाहर से यहां आई हुई थीं.
सौरभ भारद्वाज ने शेयर किया वीडियो
इस घटना का वीडियो आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने अपने एक्स अकाउंट प शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि लाजपत नगर में महिलाओं के साथ बदतमीज़ी की गई. कैप्शन में आप नेता ने लिखा, "आपने देखे हैं ऐसे अंकल? मैं ऐसे हज़ारों अंकलों को जानता हूं जो भारत में धर्म के नाम पर नफरत फैला रहे हैं, यहां क्रिसमस और सांता क्लॉज को गाली दे रहे हैं, मगर उनके बच्चे अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में खूब Merry Christmas करते हैं. इन जहर से भरे मां-बाप को डॉलर भेज रहे हैं. दोगले पूरे दिन पार्क में बैठकर जहर उगलते हैं.
आप नेता के दावों से असहमत लोग
दूसरी ओर, सौरभ भारद्वाज के इस पोस्ट से मार्केट में मौजूद लोग असहमत हैं. उनका कहना है कि हम और हमारा परिवार हिंदुस्तान में ही रहते हैं और हम Merry Christmas नहीं बोलते. सौरभ भारद्वाज राजनीति कर रहे हैं.