कोहरे और प्रदूषण दोनों की मार झेल रही राजधानी दिल्ली को अब ठंड ने भी घेर लिया है. जी हां, शनिवार 20 दिसंबर की सुबह अचानक मौसम ने अचानक करवट ली है, जहां कड़ाके की ठंड, बर्फीली हवाओं और घने कोहरे ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 21 और 22 दिसंबर के लिए घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.
इस दौरान दिल्ली का अधिकतम तापमान गिरकर 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं, प्रदूषण के मोर्चे पर हालात और गंभीर होते नजर आ रहे हैं, क्योंकि नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 410 के करीब पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है. मौसम और प्रदूषण दोनों ही स्तर पर यह बदलाव बेहद अहम माना जा रहा है.
सर्द हवाएं और गिरता तापमान
दिल्ली-NCR में सर्दी अब केवल रात तक सीमित नहीं रही, बल्कि दिन के समय भी ठंड का असर साफ तौर पर महसूस किया जा रहा है. बीते 3 से 4 दिनों में अधिकतम तापमान में करीब 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. जहां कुछ दिन पहले तक अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास था, वहीं अब यह घटकर 21 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है. दिन में धूप कमजोर पड़ती जा रही है और बादलों की आवाजाही बनी हुई है, जिससे ठंड और बढ़ रही है. हवाओं की रफ्तार भी मौसम को और सर्द बना रही है, जो बीते 24 घंटों में 11 किलोमीटर प्रति घंटे रही और अब करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे चलने की संभावना है.
प्रदूषण ने भी किया जीना मुश्किल
प्रदूषण की स्थिति दिल्ली-NCR में बेहद चिंताजनक बनी हुई है. प्रमुख इलाकों में AQI बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है. दिल्ली का AQI 580, शाहदरा का 784, दरियागंज का 736 और शास्त्री नगर का AQI 643 रिकॉर्ड किया गया है. पूरे दिल्ली-NCR में AQI 700 से 800 के बीच बना हुआ है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. बीते 24 घंटों में कई इलाकों में दृश्यता 100 मीटर से भी कम दर्ज की गई है, जो घने कोहरे और प्रदूषण के संयुक्त असर को दर्शाता है. लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जा रही है.
अभी कुछ दिन छाए रहेंगे बादल
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में हालात में ज्यादा राहत की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ों पर एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंच रहा है, जिससे 20 से 22 दिसंबर के बीच अच्छी बर्फबारी होगी. इसका असर मैदानी इलाकों में बादलों और कोहरे के रूप में दिखेगा. हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बादल छाए रह सकते हैं और कोहरे का असर गंगा के मैदानी क्षेत्रों में बना रहेगा.