भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रणाली और समर्थ पोर्टल से छात्रों की निजी जानकारियां लीक होने और उनके दुरुपयोग पर गहरी चिंता जाहिर की है. संगठन का आरोप है कि छात्रों के संवेदनशील डेटा का एबीवीपी द्वारा गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि, यह केवल निजता का उल्लंघन नहीं है, बल्कि छात्रों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा पर सीधा हमला है. उन्होंने विशेष तौर पर महिला छात्रों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनकी व्यक्तिगत जानकारी बिना सहमति के इस्तेमाल की जा रही है, जो बेहद गंभीर और चिंताजनक है.
शिक्षा मंत्री को लिखी चिट्ठी, तीन बड़ी मांगें
एनएसयूआई ने इस पूरे मामले की कड़ी निंदा करते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखा है. पत्र में संगठन ने तीन प्रमुख मांगे रखी हैं, जिनमें- डेटा लीक की तुरंत और निष्पक्ष जांच, लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई और सरकारी पोर्टल और विश्वविद्यालय डेटाबेस की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग शामिल हैं.
छात्रों में न हो व्यक्तिगत जानकारी के दुरुपयोग का डर
चौधरी ने सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि, छात्रों को विश्वविद्यालय में आवेदन करते समय सुरक्षा और भरोसे का अनुभव होना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि, अगर छात्रों को यह डर सताए कि उनकी निजी जानकारी राजनीतिक प्रचार के हथियार के रूप में इस्तेमाल होगी, तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है.
प्रभावित छात्रों के साथ खड़ा NSUI
एनएसयूआई ने साफ किया है कि, वह इस मुद्दे पर सभी प्रभावित छात्रों के साथ मजबूती से खड़ा है. संगठन का कहना है कि जब तक छात्रों की निजता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते, उनकी लड़ाई जारी रहेगी.