Delhi Tourism Places: वैसे तो दिल्ली में कई सारी प्रसिद्ध और ऐतिहासिक घूमने की जगहें हैं. जिनमें लाल किला, इंडिया गेट, कुतुब मीनार, चांदनी चौक की प्राचीन सुंदरता, कनॉट प्लेस में रहने वाली हमेशा चहल-पहल, हौज खास की नाइटलाइफ दिखाई देती है. इसके अलावा दिल्ली में और भी बहुत सी जगहें हैं जिनकी अलग से लिस्ट बनाई जा सकती है. लेकिन हम आपको दिल्ली के आसपास की जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, यानी वो जगहें जो दिल्ली के 50 किलोमीटर के भीतर मौजूद हैं. जहां आप अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ जा सकते हैं.  

  


ओखला पक्षी अभ्यारण्य
ओखला पक्षी अभ्यारण्य दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर एक खूबसूरत जगह है, जिसे 1990 में स्थापित किया गया था. ओखला पक्षी अभयारण्य पक्षी देखने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार जगह है. यह बहुच किफायती भी है, जहां आप बहुत कम रेट के टिकट पर जा सकते हैं. यहां गर्मियों में तो कम लेकिन सर्दियों में घूमने के लिए ये परफेक्ट जगह है. अगर आप पक्षी और प्रकृति प्रेमी हैं तो ये आपके घुमने लिए अच्छी जगह है. यहां आप पक्षियों और प्रकृति की खूबसूरत फोटोग्राफी भी कर सकते हैं. .यहां आप मजेंटा लाईन मेट्रो से पहुंच सकते हैं और ओखला बर्ड सेंचुरी मेट्रो स्टेशन पर उतर कर पैदल जा सकते हैं. 


तुगलकाबाद फोर्ट
तुगलक वंश के संस्थापक गयास-उद-दीन तुगलक ने 14 वीं शताब्दी में तुगलकाबाद फोर्ट का निर्माण करवाया था. लेकिन वर्तमान में इस किले का ज्यादातर हिस्सा खंडहर में तब्दील हो चुका है. लेकिन इसके बावजूद लोग यहां घूमने आते हैं. यह विशाल किला एक गढ़ का हिस्सा था, जिसमें कई दरवाजे, घर, आर्टिफिशियल झीलें, हॉल और गुप्त अंडरग्राउंड सुरंगें थीं. दिल्ली से लगभग एक घंटे की ड्राइव पर आप तुगलकाबाद किला पहुंच सकते हैं. यहां शासक, उनकी पत्नी और उनके बेटे की कब्रें हैं. ये किला दिल्ली से 17 की दूरी पर मौजूद हैं.


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छतरपुर
धार्मिक यात्रा को पसंद करने वाले लोगों के लिए छतरपुर मंदिर काफी अच्छी जगह है. छतरपुर मंदिर को आद्य कात्यायनी शक्ति पीठ के नाम से भी जाना जाता है, जो दक्षिण दिल्ली में स्थित है. यह मंदिर देवी कात्यायनी को समर्पित है. मंदिर का निर्माण 1974 में किया गया था. परिसर में बाबा संत नागपाल जी का भी एक मंदिर है. मंदिर परिसर के भीतर शिव-गौरी नागेश्वर मंदिर भी है. 2005 में दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर बनने से पहले इस मंदिर को भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर माना जाता था. यहां जाने के लिए आप मेट्रो की सेवा ले सकते हैं. मंदिर नई दिल्ली से 16 किलोमीटर दूर है.


धौज
अपनी कई तरह की कैम्पिंग साइट से घिरे होने की वजह से धौज अपनी एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए काफी प्रसिद्ध है. आप इस वीकेंड किसी रोमांच वाली जगह पर जाने की प्लानिंग रहे हैं, तो धौज आपके लिए परफेक्ट जगह है. यहां रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, ज़ोरबिंग, साइकिलिंग जैसी गतिविधियां काफी प्रसिद्ध हैं. दिल्ली से धौज की दूरी 45 किमी है.


असोला भट्टी वन्यजीव अभ्यारण्य
असोला भट्टी अभयारण्य दिल्ली के बहुत करीब है और अपने वन्य जीवन और खूबूसरत झीलों के लिए प्रसिद्ध है. हां आप स्तनधारियों, पक्षियों और सरीसृपों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं, साथ ही आप खूबसूरत मजारों की फोटोग्राफी भी कर सकते हैं. यह पक्षी देखने वालों, नेचर लवर और वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए शानदार जगह है. ये जानकर आपको शायद आश्चर्य हो, लेकिन यहां पक्षियों की कम से कम 193 प्रजातियों और तितलियों की 80 प्रजातियां हैं. दिल्ली से असोला भट्टी वन्यजीव अभ्यारण्य की दूरी मात्र 22 किलोमीटर है.


दमदमा झील 
दमदमा झील दिल्ली के पास सबसे बेहतरीन एडवेंचर जगहों में से एक है. अरावली पहाड़ियों के पास स्थित, यह हरियाणा की सबसे बड़ी प्राकृतिक झीलों में से एक है, और एनसीआर क्षेत्र के लोगों के लिए एक पसंदीदा पिकनिक स्पॉट है. यह झील एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे बोटिंग, पैरासेलिंग, कयाकिंग, फिशिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, हॉट एयर बैलूनिंग आदि के लिए सबसे अच्छी है. इसकी लोकप्रियता के कारण, झील के चारों ओर कई रिसॉर्ट, रेस्तरां और कॉटेज बनाए गए हैं.


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