Delhi : राजधानी दिल्ली में आवारा कुत्तों के काटने की घटना में 70 फीसद से अधिक का इजाफा देखा जा रहा है, बीते दिनों एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है. ये  दिल्ली के लिए एक  चिंता का विषय है और लोग इससे सहमे भी नजर आ रहे हैं. बीते दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एमसीडी अधिकारियों के बीच हुई बैठक में स्ट्रीट डॉग की अच्छी तरह से देखभाल करने और इन घटनाओं को रोकने के लिए चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार, यह कहा जा रहा है कि आने वाले समय में दिल्ली के स्ट्रीट डॉग की नसबंदी को लेकर एमसीडी अधिकारियों को निर्देश दिया जा सकता है.


 "बेजुबानो का सहारा बनेगी दिल्ली सरकार"


दिल्ली सरकार की ओर से आवारा पशुओं की देखभाल के लिए विशेष योजना बनाई जा रही है. इसमें स्ट्रीट डॉग की देखभाल के साथ-साथ सड़कों पर गायों और अन्य जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए भी सरकार की ओर से काम किया जा रहा है. सड़कों पर बेसहारा गायों को दिल्ली के गौशालाओं में भेजने के अलावा कुछ और गौशाला बनाने के लिए भी अफसरों को आदेश दिए गए हैं. स्ट्रीट डॉग के काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, इसको देखते हुए यह माना जा रहा है कि दिल्ली सरकार स्ट्रीट डॉग की नसबंदी कराने पर विचार कर रही है, इसके अलावा अब उन्हें एंटी रेबीज टीका लगाने का भी निर्देश दिया गया है.


 पशु चिकित्सक ने माना - न्यूट्रल पॉलिसी सही


दिल्ली के रोहिणी और प्रीतमपुरा क्षेत्र में बतौर पशु चिकित्सक काम करने वाले डॉक्टर विशाल ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि पशुओं के प्रति बदलते व्यवहार की वजह से दिल्ली में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इन्हें रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम अपने व्यवहार को इन बेजुबानों के साथ काफी संतुलित रखें, साथ ही सामाजिक संस्थाओं और सरकार को न्यूट्रल पॉलिसी को अपनाना चाहिए जिसकी मदद से क्षेत्र अनुसार सीमित संख्या में ये जानवर हों, जिनका अच्छी तरह से देखभाल संभव हो सके.


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