Delhi News: दिल्ली सरकार ने राजधानी में काम करने वाले लाखों श्रमिकों के लिए गुडन्यूज है. रेखा गुप्ता सरकार ने न्यूनतम वेतन बढ़ाने का ऐलान किया है. नई दरों के मुताबिक, जो मजदूर बिल्कुल साधारण काम करते हैं यानी जिनके पास कोई विशेष हुनर नहीं है, उनसे काम करवाने वालो को अब उन्हें कम से कम 18,456 हर महीने देना होगा.

वहीं जो थोड़ा बहुत काम जानते हैं, जैसे बिजली, मिस्त्री या पेंटर का काम, उन्हें हर महीने 20,371 रुपये देने होंगे. इसके अलावा जो पूरी तरह से कुशल हैं, जैसे मशीन ऑपरेटर, टेक्नीशियन या अनुभवी कारीगर, उन्हें काम के ऐवज में 22,411 रुपये कम से कम हर महीने देने होंगे.

किसे कितना देना होगा न्यूनतम वेतन?रेखा गुप्ता सरकार ने पढ़ाई के आधार पर भी न्यूनतम वेतन तय किया है. इसके मुताबिक जो लोग 10वीं पास नहीं हैं, उन्हें कम से कम काम के ऐवज में 20,371 देने होंगे. वहीं जो 10वीं पास हैं लेकिन ग्रेजुएट नहीं है, उन्हें कम से कम 22,411 रुपये देने होंगे. इसके अलावा जो लोग ग्रेजुएट हैं और किसी दफ्तर या तकनीकी काम में लगे हैं, उन्हें कम से कम 24,356 रुपये वेतन हर महीने देना होगा. अगर किसी व्यक्ति  को तय दर से कम पैसा दिया जा रहा है तो वह अपने इलाके के श्रम अधिकारी से शिकायत कर सकता है.

इन्हें मिलेगा सीधा फायदादिल्ली की सरकार ने कहा है तय की गईं दरों से अगर किसी को कम वेतन दिया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और मजदूर को उसका पूरा हक दिलाया जाएगा. इस फैसले से दिहाड़ी मजदूरों, फैक्ट्री में काम करने वालों, ऑफिस सहायकों और अन्य कामगारों को सीधा फायदा मिलेगा. दिल्ली सरकार के मुताबिक महंगाई को देखते हुए मजदूरों की आमदनी में यह बढ़ोतरी जरूरी थी, जिससे उन्हें जीवनयापन में राहत मिल सके.

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