Delhi News: राजधानी दिल्ली (Delhi) में शीतलहर चल रही है और सुबह के वक्त घना कोहरा आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है. ठंड से ठिठुरी हुए दिल्लीवासियों के लिए रूम हीटर, गीजर और ब्लोअर ही सहारा बना हुआ है. ऐसे में राजधानी में बिजली (Electricity) की खपत में तेजी देखी गई है. यही वजह है कि बिजली की मांग बुधवार को सर्दियों (Winters) के मौसम के सबसे उच्च स्तर पर दर्ज की गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बुधवार सुबह 11.08 बजे तक बिजली की मांग 5611 मेगावाट रही. 


स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर यानी SLDC के मुताबिक बुधवार से पहले बीते शुक्रवार तक बिजली की सबसे अधिक खपत दर्ज की गई थी जो कि 5559 मेगावाट था. उस दिन राजधानी दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक बिजली की मांग में यह वृद्धि हीटिंग के उद्देश्य से बढ़ी है. 



अभी ठंड से नहीं मिलेगी राहत
बता दें कि इस मौसम में सोमवार को सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया है जब न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, मौसम विभाग की मानें तो ठंड से दिल्लीवासियों को अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं क्योंकि आगे ठंड का कहर जारी रहने वाला है. आईएमडी के मुताबिक बुधवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार हैं. साथ ही मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे बेवजह घर से बाहर न निकलें. 


दृश्यता घटी, रेलगाड़ियों की रफ्तार पर असर
उधर, विजिबिलिटी में गिरावट होने के कारण रेलगाड़ियों का परिचालन और उड़ानें प्रभावित हुई हैं. भारतीय रेल के मुताबिक नई दिल्ली से 15 से अधिक रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं जबकि कई उड़ानों पर भी असर पड़ा है. एकतरफ जहां लोग शीतलहर से परेशान हैं तो दूसरी ओर वायु प्रदूषण से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. अभी भी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है. 


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