Delhi News: देश की आजादी की लड़ाई में साल 1857 की क्रांति में शहीद हुए राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर नाहरगढ उत्थान संघ के लोगों ने नजफगढ ढांसा मेट्रो स्टेशन पर हवन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इसमें सैंकड़ों क्षेत्रवासियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पालम 360 खाप के प्रधान सुरेंद्र सोलंकी ने की. इस दौरान सभी ने मिलकर राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर ढांसा स्टैंड पर स्थित पार्क को अमर शहीद राजा नाहर सिंह प्रेरणास्थल के रूप में विकसित करने का सकंल्प लिया.


पालम 360 खाप के प्रमुख सुरेन्द्र सोलंकी ने कहा राजा नाहर सिंह के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता. जल्द से जल्द राजा नाहर सिंह कि मूर्ति यहां पर लगेगी. इसके लिए चाहे जो करना पड़े दिल्ली के 360 के लोगों ने इस दिल्ली को सुरक्षित रखने में बड़ा योगदान दिया है. मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. अंग्रेजों के खिलााफ लड़ाई लड़ी. काफी संख्या में हमारे लोग शहीद हुए. हमारा दुर्भाग्य है कि आज उन्हीं लोगों को भुला दिया गया है. दिल्ली सरकार से मांग है कि मुगलों के नाम से जितनी भी सड़के हैं, उनका नाम बदलकर हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों सामाजिक  त्नेताओं के नाम पर रखा जाए.


सम्मान के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार 


नाहरगढ उत्थान संघ के अध्यक्ष अनिल डागर ने कहा कि उनका संगठन राजा नाहर सिंह के सम्मान की लड़ाई पिछले 8 सालों से लड़ रहा है. अभी तक कहीं से भी कोई ठोस मदद नहीं मिली। नजफगढ़ का नाम अमर शहीद राजा नाहर सिंह के नाम पर बदलकर नाहरगढ करने की हमारी बहुत पुरानी मांग है. उन्होंने कहा कि हम इस सम्मान की लड़ाई के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है


खाप पंचायतें समाज का आधार 


स्थानीय पार्षद अमित खरखड़ी ने कहा कि राजा नाहर सिंह के बलिदान के साथ इतिहास ने न्याय नहीं किया. उनको व उनके सेनापतियों के बलिदान को हरसंभव सम्मान दिलाने के लिए जो भी करना पड़े वो पीछे नहीं हटेंगे. इस स्थान को अमर शहीद राजा नाहर सिंह प्रेरणा स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हर तरीके से सहयोग करेंगे. पूर्व मेयर व निगम पार्षद कमलजीत सहरावत ने कहा कि समाज की इस लड़ाई में वो पूर्ण रूप से साथ हैं. प्रधान सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि खाप पंचायतें समाज का आधार रही हैं. 


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