Delhi Drugs Case: दिल्ली पुलिस ने एक ऐतिहासिक "मेगा ड्रग डिस्ट्रक्शन ड्राइव" का आयोजन करते हुए 1,643 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट कर दिया जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत 2,622 करोड़ रुपये आंकी गई है. यह कार्रवाई नशा मुक्त भारत अभियान  के तहत की गई, 20 साल के इतिहास का सबसे बड़ा ड्रग विनाश किया गया अब तक 5,997 करोड़ रुपये की मादक दवाएं जला दी गईं, जिसमें पिछले 20 वर्षों (2004-2024) में जब्त किए गए ड्रग्स को समाप्त किया गया. 

दिल्ली पुलिस बड़ी कार्रवाई 

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की मौजूदगी में जैविक अपशिष्ट समाधान प्राइवेट लिमिटेड करनाल रोड स्थित साइट पर यह ऑपरेशन किया गया. नष्ट किए गए पदार्थों में 529 किलो गांजा, 517 किलो कोकीन, 11 किलो हेरोइन और 542 किलो पोपी स्ट्रॉ शामिल थे.  

ड्रग्स के खिलाफ जंग का बड़ा हिस्सा

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 2024 में एनडीपीएस एक्ट के तहत 1,789 मामले दर्ज किए गए और 2,290 तस्करों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा 4 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई, जबकि 5 करोड़ रुपए की संपत्तियों की जाँच चल रही है. PITNDPS एक्ट  के तहत रिपीट ऑफेंडर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.

ड्रग-फ्री दिल्ली की राह पर 

दिल्ली को 2027 तक नशामुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत पुलिस ने हाल ही में 200 स्कूलों, 50 कॉलेजों, 200 दुकानों और 200 पब/बार में छापेमारी की. साथ ही, ऑटो-टैक्सी चालकोंकी रैंडम जांच और जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए.

जनता की मदद लेगी पुलिस

जनवरी 2025 में लॉन्च किए गए MANAS पोर्टल के जरिए अब कोई भी व्यक्ति 1933 हेल्पलाइन पर गुमनाम रूप से ड्रग तस्करों की सूचना दे सकता है. उपराज्यपाल ने नकद इनाम योजना की भी घोषणा की है ताकि आम नागरिक भी इस मुहिम में शामिल हों.  

दिल्ली पुलिस की जनता से अपील

दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे नशामुक्त दिल्ली 2027 के लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग करें और किसी भी ड्रग गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें.