Delhi Haryana Border: बीते कई दिनों से किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब हरियाणा बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान राजधानी दिल्ली में जाकर प्रदर्शन करना चाह रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने सिंघु और टिकरी बार्डर को सील कर दिया था. रास्ता खोलने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी. हालांकि किसानों ने 29 फरवरी को होने वाले "दिल्ली चलो मार्च" को स्थगित कर दिया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बार्डर को आंशिक रुप से खोल दिया.


दरअसल, किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दिल्ली हरियाणा के सिंघु बार्डर को दो हफ्ते पहले सील कर दिया था. वहीं किसानों को दिल्ली चलो मार्च स्थगित करने की घोषणा के बाद दिल्ली पुलिस ने बार्डर को आंशिक रुप से खोल दिया. इस बार्डर को दो हफ्ते पहले किसानों को दिल्ली की सीमा में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने डिवाइडर लगा दिया था. इसके अलावा पत्थर और सीमेंट का मजबूत अवरोध का निर्माण किया था. शनिवार (24 फरवरी) को पुलिस ने जेसीबी मशीनों से इस अवरोध को तोड़ दिया और डिवाइडर को क्रेन लगा कर हटा दिया. जिससे हरियाणा से राजधानी में आने जाने का रास्ता आंशिक रुप से खुल गया गया.






मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वाहनों की आवाजाही के लिए टिकरी बार्डर और सिंघु बार्डर की एक-एक सर्विस लेन को खोल दिया गया है. इससे टिकरी बार्डर और सिंघु बार्डर से हरियाणा से दिल्ली आने जाने वालों को काफी राहत मिलेगी. इस सीमा को किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने 13 फरवरी को सील कर दिया था. जिससे आवाजाही में काफी परेशानी हो रही थी.


बता दें, फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य, स्वामीनाथ आयोग रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू करने, कृषि ऋण सहित कई अन्य मांगों को लेकर किसानों ने पंजाब से दिल्ली चलो मार्च शुरू किया था. हालांकि किसानों को हरियाणा पंजाब के शंभू बार्डर पुलिस ने रोक दिया था. किसान दिल्ली से दो सौ किलोमीटर दूर पंजाब-हरियाणा बार्डर डटे हैं. पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने किसानों को मार्च को रोक दिया है. हालांकि टिकरी और सिंघु बार्डर के खुलने से वाहन चालकों सहित आम लोगों ने राहत की सांस ली है.


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