दिल्ली पुलिस ने मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा एक बेहद संवेदनशील मामला सुलझाते हुए 27 दिन के अपहृत नवजात शिशु को सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में एक निःसंतान दंपती, एक महिला और दो नाबालिगों को पकड़ा है. अपहरण में इस्तेमाल की गई चोरी की स्कूटी भी बरामद कर ली गई है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 29 अक्टूबर की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला जो पैसिफिक मॉल के पास फुटपाथ पर अपने नवजात बच्चे के साथ रहती थी, उसका बच्चा चोरी हो गया है. शिकायत मिलते ही दिल्ली पुलिस ने एक टीम बनाई और जांच शुरू की. पुलिस टीम ने इलाके के 200 से ज्यादा CCTV कैमरे खंगाले.
फुटेज में दो युवक सुबह करीब 5.00 बजे एक स्कूटी पर आते और बच्चे को लेकर भागते नजर आए. स्कूटी का नंबर भी पुलिस को मिला जो थाना नारायणा से चोरी की दर्ज थी. जांच के दौरान पता चला कि यह स्कूटी एक अपराधी विकास उर्फ रियॉन ने अपने साथी अनिल को दी थी जिसने इसे आगे एक नाबालिग को सौंप दिया.
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में अहम खुलासा
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि माया नाम की एक नौकरानी ने अपने पड़ोसी शुभ करण और उसकी पत्नी संयोजिता से मिलकर बच्चे को चुराने की साजिश रची थी. माया ने दो नाबालिग लड़कों को बीस हजार देने का लालच देकर अपहरण करवाया. बच्चे को उठाकर वे माया को सौंपते हैं जो बाद में बच्चे को उस दंपती को दे देती है.
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और मासूम बच्चे को सुरक्षित उसके माता-पिता को सौंप दिया. दिल्ली पुलिस अब यह जांच करने में जुटी है कि क्या आरोपियों का बच्चा चुराने का और भी तो मामला नहीं है.
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