Delhi Police: दिल्ली के सिविल लाइन्स थाना की पुलिस ने शाम नाथ मार्ग पर लुडलो कैसल स्कूल बस स्टैंड के पास एक स्विफ्ट गाड़ी में भर कर ले जाए जा रहे 30 बकरों और 1 भेड़ को बरामद किया. पुलिस ने गाड़ी सहित सभी जानवरों को जब्त कर लिया. थाना पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए DSPCA, तीस हजारी में जमा करवा दिया है. सदर बाजार स्थित समारोह स्थल पर इन बकरों को ले जाया जा रहा था. 


सिविल लाइन्स पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीसीआर कॉल से सिविल लाइन्स थाना की पुलिस को एक ग्रे कलर की स्विफ्ट गाड़ी में बकरों को ठूंसकर कर ले जाये जाने की सूचना मिली थी. जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने शाम नाथ मार्ग पर उक्त स्विफ्ट गाड़ी को रोका. गाड़ी की तलाशी में दिग्गी और पिछली सीट पर ठूसकर रखे गए 30 बकरे और एक भेंड़ बरामद की. दिल्ली पुलिस ने गाड़ी सभी बकरों को जब्त कर लिया. आगे की कार्रवाई के लिए बकरों को तीस हजारी के पशु विभाग में जमा करवा दिया है.


इन बकरों को सदर बाजार में एक समारोह स्थल के लिए ले जाया जा रहा था. जहां 25 अप्रैल को होने वाली शादी और फिर 29 अप्रैल को रिसेप्शन फंक्शन में इनके मीट को मेहमानों को दावत में परोसा जाना था. इससे पहले ही पुलिस ने गाड़ी समेत बकरों को रोक कर जब्त कर लिया. 


बकरों को कब से पकड़ने लगी पुलिस


सिविल लाइन थाना पुलिस की इस कार्रवाई से बकरों को खरीदने वाले लोगों और उनके जानने वालों में काफी रोष है. उनका कहना है कि उन्होंने पुलिस को शादी और रिसेप्शन के कार्ड भी दिखाए, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और बकरों को जब्त कर लिया. इससे उनके शादी-समारोह पर भी असर पड़ा. नाराजगी जाहिर करते हुए लोगों ने कहा कि चोर-लूटेरों को पकड़ते-पकड़ते दिल्ली पुलिस बकरों को कब से पकड़ने लगी.


31 बकरों की बच गई जान


बहरहाल, पुलिस की इस कार्रवाई से शादी में खाना-बर्बादी वाली कहावत जरूर चरितार्थ होती नजर आ रही है. अच्छी बात यह है कि 31 बकरों की जानें बच गई. गौर करने वाली बात यह है कि बाजारों में खुले-आम इन भेड़-बकरों को काट कर उनका मांस बेचा जाता है, जिसके लिए निश्चित ही लाइसेंस की जरूरत होती है. 


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