दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी के बिजवासन इलाके में चल रही एक ऐसी फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है, जो मशहूर कॉस्मेटिक ब्रांड्स के नाम पर लोगों की सेहत और त्वचा के साथ खतरनाक खिलवाड़ कर रही थी. इस छापेमारी में 'फेयर एंड लवली' और 'वीट' जैसे बड़े ब्रांड्स की हूबहू नकली क्रीम बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में कच्चा माल और मशीनें बरामद की हैं.
इस पूरी कार्रवाई की नींव 12 दिसंबर को पड़ी थी, जब पुलिस ने शुरुआती जांच में श्री राम और गौरव भगत नामक दो व्यक्तियों को भारी मात्रा में नकली कॉस्मेटिक्स के साथ पकड़ा. उनसे कड़ी पूछताछ में इस पूरे गोरखधंधे के मास्टरमाइंड प्रमोद कुमार गुप्ता का नाम सामने आया, जो गुरुग्राम का निवासी है.
पुलिस ने जब प्रमोद की मोबाइल लोकेशन ट्रैक की, तो पता चला कि वह सूरत से ट्रेन के जरिए दिल्ली लौट रहा है. इंस्पेक्टर मनजीत कुमार की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए सादे कपड़ों में ट्रेन में सफर किया और मथुरा के पास फिल्मी अंदाज में उसे दबोच लिया.
हैरान करने वाला था वहां का नजारा
आरोपी की निशानदेही पर जब पुलिस ने बिजवासन के एक सुनसान फार्महाउस पर छापा मारा, तो वहां का नजारा हैरान करने वाला था. वहां अवैध रूप से क्रीम तैयार करने, उन्हें भरने और पैक करने की पूरी औद्योगिक इकाई संचालित थी. पकड़े जाने के डर से आरोपी ने पुलिस के पहुंचने से पहले करीब 27 हजार नकली ट्यूब जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी.
12 से ज्यादा आधुनिक मशीनें की हैं जब्त
पुलिस ने मौके से 600 किलो स्टियरिक एसिड, 105 बड़े ड्रम, हजारों की संख्या में खाली ट्यूब, रैपर और 12 से ज्यादा आधुनिक मशीनें जब्त की हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इन नकली क्रीमों में मौजूद खतरनाक केमिकल्स त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे स्किन कैंसर और स्थाई संक्रमण का खतरा बना रहता है. फिलहाल पुलिस इस गिरोह की पूरी सप्लाई चेन की जांच कर रही है ताकि पता चल सके कि यह जहर किन-किन बाजारों तक पहुंच चुका है.