Delhi News: बीजेपी (BJP) ने प्रदूषण को कम करने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal Government) की ओर फिर से दिल्ली में ऑड-ईवन (Odd-Even) सिस्टम लागू करने की योजना को नौटंकी करार दिया है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virender Sachdeva) ने कहा कि ऑड-ईवन वाहन योजना किसी शोध से समर्थित नहीं है, यह सिर्फ प्रचार का हथकंडा है और ऑड-ईवन योजना लाकर केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों को प्रदूषण रोकने में अपनी ही विफलता की सजा दे रही है.


वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि चाहे ऑड-ईवन वाहन योजना हो या चल रही लाल बत्ती पर इंजन बंद योजना, दोनों ही अशोधित योजनाएं हैं, जिनकी प्रभावशीलता के समर्थन में कोई वैज्ञानिक डेटा नहीं है. पिछले सालों में जब भी यह योजना लागू की गई, दिल्ली में कभी भी कोई गुणात्मक सुधार नहीं हुआ, क्योंकि सड़क से हटने वाले निजी वाहनों की तुलना में सार्वजनिक परिवहन वाहनों की संख्या नियंत्रण से बाहर हो गई.


'सड़कों को धूल मुक्त बनाने पर काम करें सीएम'


सचदेवा ने कहा कि ऑड-ईवन योजना लाकर केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों को पराली जलाने और सड़क किनारे से धूल और अपशिष्ट साफ करने जैसे प्रदूषण के कारणों को रोकने में अपनी विफलता के लिए दंडित कर रही है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि ऐसी नौटंकियों के बजाय बेहतर होगा कि सीएम केजरीवाल पंजाब में पराली जलाने को रोकने और दिल्ली की सड़कों को धूल मुक्त बनाने पर काम करें.


13 से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन 


बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए ऑड-ईवन वाहन प्रणाली 13 से 20 नवंबर तक एक सप्ताह के लिए लागू रहेगी. इसकी तैयारी के लिए कल 12 बजे बैठक बुलाई गई है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण फैला हुआ है और बीजेपी केंद्र में बैठकर बस सवाल उठा रही है. दिल्ली में 7000 से ज्यादा बसें हैं जिनमें से 1000 इलेक्ट्रिक बसें हैं. वाहन प्रदूषण सबसे ज्यादा देखा गया है तो इसे कंट्रोल करने के लिए 13 नवंबर से ऑड-ईवन का निर्णय लिया गया है."


ये भी पढ़ें- Delhi Air Pollution: दिल्ली में 10 नवंबर तक इन स्कूलों में ऑनलाइन क्लास, वर्क फ्रॉम होम को लेकर सामने आई ये बात