Delhi Police News: दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसके प्रतीक चिह्न (इन्सिग्निया - Insignia) में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है और इस संबंध में गलत जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मी अपनी वर्दी पर नाम पट्टी के ऊपर एक बैज पहन रहे हैं जो 1954 में राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये गए ध्वज की याद में लगाया जा रहा है.


अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मी, दिल्ली पुलिस के 75वें स्थापना दिवस पर भी इस बैज को पहनेंगे. दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि उसके प्रतीक चिह्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है.


1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति ने दिया था 'कलर्स'
पुलिस ने ट्वीट किया, “कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ता दिल्ली पुलिस की विश्वसनीयता गिराने का प्रयास कर रहे हैं और दिल्ली पुलिस के नए ‘कलर्स’ के बारे में गलत जानकारी प्रसारित कर रहे हैं. हम इसका खंडन करते हैं और ऐसे सोशल मीडिया खातों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई का आश्वासन देते हैं.” 


एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, 1954 में राष्ट्रपति ने दिल्ली पुलिस को ‘कलर्स’ (ध्वज) प्रदान कर सम्मानित किया था.


आदेश में कहा गया, “यह आवश्यक है कि अपने संगठन को मिले इस सम्मान को हम याद रखें. दिल्ली पुलिस के 75वें स्थापना दिवस की याद में दिल्ली पुलिस के सभी रैंक के अधिकारियों को 16 फरवरी से अपनी वर्दी पर ‘कलर्स’ से निकला हुआ प्रतीक चिह्न पहनना चाहिए. इसे वर्दी के दाहिनी ओर नाम पट्टी के ऊपर भी पहनना चाहिए."



दिल्ली पुलिस ने किया यह ट्वीट
दिल्ली पुलिस ने एक ट्वीट में कहा- "1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति महोदय द्वारा दिल्ली पुलिस को इंडिया गेट अंकित "कलर्स" से सम्मानित किया गया था. दिल्ली पुलिस के 75वें स्थापना दिवस पर इस सम्मान की स्मृति में इसे पुलिस ड्रेस कोड का हिस्सा बनाया गया है."


राष्ट्रीय राजधानी की पुलिस ने कहा- "अशोक स्तंभ पहले की तरह दिल्ली पुलिस के प्रतीक चिन्ह का अनिवार्य हिस्सा है क्योंकि दिल्ली पुलिस के प्रतीक चिन्ह में कोई बदलाव नही किया गया है. दिल्ली पुलिस सभी राष्‍ट्रीय प्रतीकों पर गर्व करती है."


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