Delhi Crime News: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों को विदेश भेजने के रैकेट का खुलासा किया है.  साथ ही पुलिस ने इस मामले विदेश से लौटी एक भारतीय महिला यात्री और एक एजेंट को गिरफ्तार किया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी एजेंट की पहचान, कलवीर सिंह के रूप में हुई है. कलवीर सिंह राजस्थान के अनूपगढ़ जिले का रहने वाला है. कलवीर सिंह अपने साथियों के साथ मिल कर विदेश में सैटल होने की चाह रखने वाले भोले भाले लोगों को अपना शिकार बनाता था.


इस मामले में डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि बीते 26 जनवरी की रात पंजाब की रहने वाली किरणदीप कौर नामक एक महिला यात्री मलेशिया से लौटी थी. अराईवल इमिग्रेशन जांच के दौरान उसके पासपोर्ट पर चार अगस्त 2022 के ICP तिरुचिरापल्ली और 29 दिसम्बर 2023 के ICP मुम्बई की अराईवल और डिपार्चर इम्मीग्रेशन की फर्जी मोहर होने का पता चला. इस पर एयरपोर्ट पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में महिला ने बताया कि कुछ एजेंट्स के माध्यम से उसने अपने पासपोर्ट पर यह फर्जी मुहर लगवाई थी. इसके लिए उसने एक एजेंट के बैंक खाते में पैसे भेजे थे. 


पासपोर्ट पर एजेंट ने लगाई फर्जी मुहर
गिरफ्तार महिला यात्री ने बताया कि उसी एजेंट ने उसे बैंकॉक के रास्ते मलेशिया भेजा था. जहां उसका पासपोर्ट उस एजेंट ने ले लिया था और उसने वहां उसके लिए जॉब की व्यवस्था की थी. पूछताछ में महिला ने बताया कि जब वह भारत वापस आने लगी तो उसके पासपोर्ट पर एजेंट ने यह फर्जी मुहर लगाई थी. इसके लिए उसने मलेशिया में 2300 रिंग्गित कैश में भुगतान किया था. महिला से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद आरोपी एजेंट की गिरफ्तारी के लिए एसीपी की देखरेख में एसएचओ विजेंदर राणा के नेतृत्व में महिला एसआई सरोज, एएसआई ओमप्रकाश और अन्य की टीम का गठन किया गया. 


पुलिस ने एजेंट को किया गिरफ्तार
जांच में जुटी पुलिस टीम ने महिला यात्री द्वारा एजेंट के बैंक एकाउन्ट में किए गए ट्रांजेक्शन की डिटेल हांसिल की. फिर एजेंट के बैंक एकाउन्ट को खंगाला. इससे पुलिस को पता चला कि पैसे कलवीर सिंह के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे, जिसे आगे कई एजेंट्स के बैंक खातों में भेजा गया. इसके बाद पुलिस टीम ने छापा मार कर राजस्थान से कलवीर सिंह को दबोच कर लिया. आरोपी का मोबाइल भी जब्त किया कर लिया गया है, जिसमें पुलिस को चैट, मैसेज, वॉइस मैसेज, ट्रांजेक्शन जैसे कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं. 


पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 12वीं पास है और उसने आईटीआई का कोर्स किया है. वह अन्य एजेंटों के साथ कमीशन पर काम करता था. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की छानबीन में जुट गई है. पुलिस उससे आगे की पूछताछ कर उंसके साथियों की गिरफ्तारी के साथ ही पुरे सिंडिकेट के खुलासे की कोशिश में लगी हुई है.


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