दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश से सक्रिय इंटरस्टेट हथियार सप्लाई सिंडिकेट के दो कुख्यात तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 15 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए हैं. बरामद सामान का इस्तेमाल अपराधियों तक हथियार पहुंचाने में किया जा रहा था.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुरतजा खत्री और वसीम कुरैशी के रूप में हुई है, जो मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक मुरतजा खत्री से 8 पिस्टल जबकि वसीम कुरैशी से 7 पिस्टल बरामद की गईं. बरामद हथियार आधुनिक और घातक हैं, जिनका इस्तेमाल दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय अपराधी गिरोहों द्वारा किया जाना था.

पुलिस ने बुराड़ी इलाके में घेराबंदी कर दोनों तस्करों को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लंबे समय से एमपी आधारित हथियार तस्करों की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. 5 सितंबर को पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि हथियारों की बड़ी खेप दिल्ली लाई जा रही है. इसी आधार पर पुलिस ने बुराड़ी इलाके में घेराबंदी कर दोनों तस्करों को गिरफ्तार किया. दोनों दिल्ली-एनसीआर में हथियार सप्लाई करने के इरादे से आए थे.

पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा

स्पेशल सेल की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे मध्यप्रदेश के सप्लायर्स से पिस्तौल 15,000 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदते थे और उन्हें दिल्ली-एनसीआर के अपराधियों को 25,000 रुपये में बेचते थे. दोनों पिछले 4-5 वर्षों से इस अवैध धंधे में सक्रिय हैं. उन्होंने बताया कि इस बार की खेप वे बुराड़ी में अपने एक संपर्क रोशन को सौंपने आए थे.

8 आपराधिक मामलों में पहले से दर्ज है नाम

दिल्ली पुलिस के अनुसार मुरतजा खत्री के खिलाफ पहले से ही 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें जुआ अधिनियम, चोरी, डकैती और अन्य गंभीर धाराएं शामिल हैं. वहीं वसीम कुरैशी के खिलाफ भी 6 आपराधिक मामले दर्ज पाए गए हैं, जिनमें मारपीट, चोरी और जुआ अधिनियम के उल्लंघन जैसे अपराध शामिल हैं. दोनों आरोपी पहले भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद फिर से हथियारों की तस्करी में जुट गए.

नेटवर्क पर पुलिस की पकड़

दिल्ली पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ जारी है. पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य सप्लायर्स, खरीदारों और बिचौलियों की पहचान कर रही है. संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस गिरोह से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. पुलिस का मानना है कि यह कार्रवाई दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते हथियार अपराधों को रोकने की दिशा में एक बड़ी सफलता है.