Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो, सिर्फ एक सार्वजनिक परिवहन सेवा ही नहीं बल्कि दिल्ली के लोगों की लाइफलाइन बन चुकी है. आज अगर लोगों को दिल्ली के अंदर एक-जगह से दूसरी जगह जाना होता है तो वे यात्रा के लिए पहले विकल्प के रूप में मेट्रो का चुनाव करते हैं. यही वजह है कि दिल्ली मेट्रो ने एक दिन में अपने पिछले सर्वाधिक यात्रियों की यात्रा के रिकॉर्ड को तोड़ कर एक बार फिर से एक दिन में सर्वाधिक 'पैसेंजर जर्नी' का रिकॉर्ड बनाया है. 


डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल के मुताबिक मंगलवार 13 फरवरी को मेट्रो के सभी रूट को मिला कर कुल 71 लाख 09 हजार यात्रियों ने इस दिन मेट्रो से सफर किया, जो कि अब तक के मेट्रो इतिहास में सबसे ज्यादा है. इससे पहले 04 सितंबर 2023 को मेट्रो ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 71 लाख 03 हजार दर्ज की गई थी. लेकिन मंगलवार को मेट्रो ने अपने उस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. सितंबर महीने से पहले एक दिन में यात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या का रिकॉर्ड 29 अगस्त और 28 अगस्त, 2023 को क्रमश: 6.994 मिलियन और 6.816 मिलियन था.


दिल्ली के इस इलाके में रहा यातायात प्रभावित


किसान आंदोलन को लेकर 13 फरवरी को DMRC की तरफ से राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन, जनपथ, खान मार्केट, लोक कल्याण मार्ग और बाराखंभा रोड सहित नौ स्टेशनों पर एक या अधिक गेट बंद करने की घोषणा के बावजूद इस दिन मेट्रो में रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने मेट्रो में सफर किया. इसका एक कारण आंदोलन के कारण दिल्ली का प्रभावित यातायात भी रहा.


यात्री सुविधाओं में हुआ इजाफा


यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और उनके लिए टिकट खरीदने की प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए पिछले साल डीएमआरसी ने वाट्सएप और पेटीएम के माध्यम से क्यूआर कोड-आधारित टिकट देने की सुविधा शुरू की थी. यात्री प्रवेश और निकासी दोनों गेट पर क्यूआर कोड स्कैनर के सामने अपने स्मार्टफोन रख कर एक्सेस ले सकते हैं. इससे पहले यह सुविधा केवल एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर ही उपलब्ध थी. लेकिन अब सभी यात्रियों के लिए यह सुविधा शुरू हो गई.


क्यों मेट्रो में बढ़ी यात्रियों की संख्या?


लगातर मेट्रो में बढ़ रही संख्या में मेट्रो के आरामदायक और त्वरित सफर का बहुत बड़ा योगदान है. सड़क पर लग रहे जाम से बचने लोग मेट्रो से यात्रा करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. मेट्रो में बढ़ी यात्रियों की संख्या ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि मेट्रो दिल्ली की लाइफलाइन है. आरामदेह और सुगम यात्रा का इससे बेहतर विकल्प दिल्ली वासियों को नहीं मिल सकता है. वहीं इससे दिल्ली के पर्यावरण को बचाने में भी काफी मदद मिलती है.. क्योंकि जितने ज्यादा लोग अपने निजी वाहनों को छोड़ कर मेट्रो से सफर करते हैं. उतना ही कम कार्बन उत्सर्जन दिल्ली के वातावरण में होता है.


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