Delhi First Ring Metro: दिल्ली में जल्दी ही रिंग मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है. अगले साल 2024 तक इससे जुड़े सारा कामों के पूरा होने की संभावना है. इसकी शुरुआत के बाद यह देश की पहली रिंग मेट्रो होने के साथ ही देश का पहला सबसे बड़ा सिंगल कॉरिडोर होगा, जिसकी लम्बाई 71.15 किलोमीटर होगी. रिंग मेट्रो का निर्माण मेट्रो फेज-4 में किया जाएगा. यह कॉरिडोर मजलिस पार्क (Majlis Park) से मौजपुर (Maujpur) के लिए तैयार किया जाएगा और इन दोनों मेट्रो स्टेशन के बीच बन रहे इस कॉरिडोर की लम्बाई 12.55 किलोमीटर होगी. मेट्रो के इस नेटवर्क की वजह से पूर्व, उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली आपस में सीधे जुड़ जाएंगी.


रिंग मेट्रो के एक हिस्से पर चल रहा काम अपने तय समय से देरी से चल रहा है. मजलिस पार्क से मौजपुर कॉरिडोर का हिस्सा अलग-अलग वजहों से हुई देरी के चलते 2024 में पूरा होगा. कुल 8 नए स्टेशन इस पर बनेंगे. भजनपुरा से यमुना विहार दो मेट्रो स्टेशन के बीच एक मेट्रो पिलर के साथ फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा. जैसे नीचे सड़क, उसके ऊपर फ्लाईओवर और उसके उपर मेट्रो चलेगी. इस फ्लाईओवर की लंबाई 1.4 किमी होगी. वर्तमान में रिंग कॉरिडोर का 58 किलोमीटर से ज्यादा हिस्से पर पहले से मेट्रो का परिचालन हो रहा है. इस पर कुल 36 मेट्रो स्टेशन है.


11 इंटरचेंज स्टेशन आपस में जुड़ेंगे


रिंग मेट्रो में एक बार सवार होने के बाद न केवल दिल्ली बल्कि एनसीआर के शहरों गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद और बहादुरगढ़ तक पहुंचना आसान हो जाएगा. वहीं दिल्ली के किसी भी रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक पहुंचना भी बेहद आसान हो जाएगा. ये संभव हो पाएगा, इस लाइन पर पड़ने वाले 11 इंटरचेंज मेट्रो स्टेशनों से. इस पर पड़ने वाले इंटरचेंज स्टेशनों में आजादपुर, नेताजी सुभास प्लेस, पंजाबी बाग पश्चिम, राजौरी गार्डन, दुर्गाबाई देशमुख, दिल्ली हाट आईएनए, लाजपत नगर, मयूर विहार फेज-1, आनंद विहार आईएसबीटी, कड़कड़डूमा और वेलकम स्टेशन होगा. इससे आवागमन का समय बचने के साथ ही यात्रियों को किराया में भी कम पैसे खर्चने पड़ेंगे.


30 माह की देरी से पूरे होंगे तीन कॉरिडोर


मेट्रो फेज-4 में बन रहे 65.10 किमी लंबे तीन कॉरिडोर मजलिस पार्क से मौजपुर, जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम और एरोसिटी से तुगलकाबाद का काम 30 महीने की देरी से पूरा होगा. यहां करीब ढाई हजार पेड़ काटे जाने थे, जिनकी मंजूरी मिलने में हुई देरी से यह समय बढ़ा है. वहीं इस देरी की वजह से निर्माण कार्य में लागत 15 फीसदी बढ़ गई है. डीएमआरसी प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार जून 2024 में इस काम के पूरे होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि अभी तक इसका 58 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.


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