Delhi MCD Results 2022: दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी का चक्रव्यूह तोड़ते हुए जीत दर्ज की है. आप ने पिछले 15 सालों से एमसीडी में काबिज बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. एमसीडी चुनाव में आप ने बहुमत से भी उपर का आंकड़ा पार कर 134 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की हैं. वहीं आप की जीत के बाद अब दिल्ली में केजरीवाल की डबल इंजर सरकार हो गई है.


एमसीडी चुनाव के नतीजे आने के बाद अब यहां के समीकरण भी बदल गए हैं. क्योंकि दिल्ली सरकार और एमसीडी के अधिकार अलग-अलग होते हैं. हालांकि अब एमसीडी में भी केजरीवाल की सरकार होने के बाद अब एमसीडी और दिल्ली सरकार मिलकर काम करेंगे.


क्या होता है एमसीडी और दिल्ली सरकार का अधिकार



  1. दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले कामों की बात करें तो इसमें टाउन प्लानिंग, साफ-सफाई, जल संसाधनों के विकास के साथ जल निकासी को भी सुनिश्चित करना होता है. इसके साथ ही एमसीडी अपने-अपने क्षेत्रों के जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड भी रखती है.

  2. इसके साथ ही एमसीडी प्राइमरी स्कूलों का संचालन, ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेलों को लाइसेंस देती और इसके अलावा हाउस टैक्स से लेकर दूसरे तरह के टैक्सों की वसूली करती हैं. 

  3. वहीं दिल्ली के अंदर बड़ी गाड़ियों को लाइसेंस देने का काम दिल्ली सरकार का है तो वहीं ई-रिक्शा जैसी छोटी गाड़ियों को लाइसेंस देने का अधिकार एमसीडी का है.

  4. दिल्ली के अंदर 60 फीट से कम चौड़ी सड़कों का कार्य एमसीडी करती है और इससे अधिका चौड़ी सड़कों का निर्माण दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है. इसके साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इनके अलग-अलग अधिकार हैं.

  5. एमसीडी पार्षद के काम की बात करें तो इनके विकास कार्यों के अंतर्गत आने वाले काम में गलियों, नालियों सड़कों और सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई और उसका रखरखाव करना होता है.


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