दिल्ली नगर की तदर्थ समितियों के चुनाव गुरुवार (7 अगस्त) को पूरे होने के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुने गए. इस दौरान दिल्ली के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि AAP से तदर्थ समिति (अनुसूचित जाति का कल्याण एवं उनके कोटे का कार्यान्वयन) के चुनाव में अराजकता उत्पन्न करने के कारण समिति के चुनाव को स्थगित करना पड़ा.
उन्होंने कहा कि AAP ने लगातार तदर्थ समिति के चुनाव में व्यवधान उत्पन्न किया, बैलेट पेपर्स को छीन लिया, मतदान बॉक्स को तोड़ने की कोशिश की और वहां उपस्थित सुरक्षा कर्मियों के साथ हाथापाई की, जिसकी वजह से दो बार कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा. जब दोबारा से चुनाव करवाने की कोशिश की गई, तो फिर से AAP ने अराजकता की स्थिति पैदा की, जिसकी वजह से समिति के चुनाव को स्थगित करना पड़ा.
संविधान को नहीं मानती AAP- मेयर
महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि AAP ना संविधान को मानती है और ना ही किसी विधान को मानती है. ये लोग हर बार इसी प्रकार से अराजकता फैलाने का काम करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब AAP 2.5 सालों तक निगम की सत्ता में थी, तब उन्होंने विशेष समितियों और तदर्थ समितियों के गठन की अनुमति नहीं दी.
अब जब बीजेपी की सरकार दिल्ली नगर निगम में है, तो इन समितियों के चुनाव करवाए गए. उन्होंने कहा कि AAP की नीति संविधान और नियमों के खिलाफ है. वे आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं, क्योंकि वे संविधान को मानने को तैयार नहीं हैं.
BJP लगातार कर रही काम- मेयर
महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली नगर निगम की तदर्थ समितियों के संपन्न हुए चुनावों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदों पर विजयी होने वाले सभी प्रत्याशियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि BJP लगातार नागरिकों के लिए कार्य कर रही हैं ताकि उन्हें बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिल सकें और AAP की अराजकता की राजनीति जनता के लिए होने वाले विकास कार्यों को नहीं रोक सकेगी.