Delhi Lok Sabha Election Date And Schedule: लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है. चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. आम चुनाव को लेकर कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है. भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की. चुनाव आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली की सभी 7 सीटों पर 25 मई को वोटिंग होगी. दिल्ली की सभी सात सीटों पर एक चरण में चुनाव कराए जाएंगे. वोटिंग के बाद 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे.




दिल्ली में बीजेपी के उम्मीदवार कौन-कौन?


दिल्ली में लोकसभा की कुल सात सीटें हैं. यहां की सभी सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने नई दिल्ली सीट से दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को मैदान में उतारा है. नॉर्थ दिल्ली से मनोज तिवारी का टिकट बरकरार रखा गया है. वहीं, चांदनी चौक से पार्टी ने प्रवीण खंडेलवाल पर भरोसा जताया है. पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत को बीजेपी ने मैदान में उतारा है. इसके साथ ही दक्षिणी दिल्ली से रामबीर सिंह बिधूड़ी को बीजेपी ने टिकट दिया है. पूर्वी दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा को टिकट दिया है. वहीं उत्तर पश्चिम दिल्ली से योगेंद्र चंदोलिया को टिकट दिया गया है. 


AAP और कांग्रेस के उम्मीदवार?


दिल्ली समेत कई राज्यों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. दिल्ली में गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग फॉर्मूले के मुताबिक केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर तो कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली सीट से सोमनाथ भारती को मैदान में उतारा है. पूर्वी दिल्ली सीट से कुलदीप कुमार को टिकट दिया है. आप ने दक्षिणी दिल्ली से सहीराम पहलवान पर भरोसा जताया है. जबकि पश्चिमी दिल्ली सीट से महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. सीट शेयरिंग फॉर्मूले के मुताबिक दिल्ली की नॉर्थ ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट और चांदनी चौक सीट पर कांग्रेस अपने विरोधियों से मुकाबला करेगी.


दिल्ली में साल 2019 के नतीजे क्या थे?


दिल्ली में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता का नेतृत्व कर रही बीजेपी ने सभी सात सीटों पर शानदार जीत हासिल की थी. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवारों को मात देते हुए क्लीन स्वीप किया था. बीजेपी को इस चुनाव में करीब 56.9 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस को करीब 22 फीसदी जबकि आम आदमी पार्टी को करीब 18 फीसदी वोट मिले थे.