Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस के अधिकारी बन कर लोगों से उगाही करने वाले हनीट्रैप गैंग का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस ने किया है. स्पेशल स्टाफ, रोहिणी लगातार अपराधियों पर नजर रख रहा था, जो जबरन वसूली और धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त थे. 26 फरवरी 2025 को सूचना मिली कि हनी ट्रैप में लिप्त गिरोह के कुछ सदस्य इलाके में सक्रिय हैं. 

दिल्ली पुलिस की टीम ने विजय विहार के श्मशान घाट रोड के पास जाल बिछाया, जहां दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय के पास दो स्कूटियों को रोका गया. ग्रे स्कूटी पर सवार एक आरोपी दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर की वर्दी में था, जबकि सफेद स्कूटी पर सवार आरोपी के पास एक बैग था, जिसमें अतिरिक्त पुलिस वर्दी रखी थी. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुद को दिल्ली पुलिस अधिकारी बताया और फर्जी आईडी कार्ड भी दिखाए. लेकिन जब उनके बयानों में विरोधाभास मिला, तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

गिरफ्तारी के बाद किए अहम खुलासे

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे हनी ट्रैप के जरिए लोगों को फंसाकर उनसे उगाही करते थे. वे पुलिस अधिकारी बनकर छापेमारी करने का नाटक करते थे और लोगों को धमकाकर उनसे पैसे ऐंठते थे. दिल्ली पुलिस के मुताबिक आप लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट और फेसबुक के जरिए भोले भाले लोगों से बातचीत करते थे और फिर उनका भरोसा जीतने के बाद हनी ट्रैप के जरिए उनसे पैसों की उगाही करते थे. आरोपी नीरज पहले भी इसी तरह की उगाही की घटनाओं में शामिल रहा है और हरियाणा में आर्म्स एक्ट के तहत उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं. आरोपी योगेश पर भी हरियाणा में आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं.

दिल्ली पुलिस ने बरामद किए अहम सबूत 

1- फर्जी दिल्ली पुलिस का आईडी कार्ड2- दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर वर्दी और एक अतिरिक्त शर्ट3- वारदात में इस्तेमाल की गई दो स्कूटियां4- तीन मोबाइल फोन

दिल्ली पुलिस कर रही है मामले की जांच

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में  विजय विहार थाना में fir दर्ज की गई है. गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और उनके महिला साथियों की भी तलाश की जा रही है, जो इस हनी ट्रैप रैकेट में शामिल थीं.

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