दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार (28 फरवरी) को दूसरी कैग की रिपोर्ट पेश हो सकती है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों की मानें तो सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य सेवाओं (2024) की कैग की रिपोर्ट पेश की जा सकती है. इससे पहले दिल्ली विधानसभा में शराब नीति को लेकर कैग की रिपोर्ट पेश की गई जिस पर खूब सियासी हंगामा हो रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं.
सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा
सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के सरकारी अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिकों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की जाएगी. रिपोर्ट में यह देखा जाएगा कि सरकार की ओर से किए गए दावों और जमीनी हकीकत में कितना अंतर है. सरकारी अस्पतालों में मशीनों की उपलब्धता, दवाओं की आपूर्ति, डॉक्टरों और नर्सों की संख्या तथा मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का आकलन किया जाएगा.
स्वास्थ्य बजट की होगी जांच?
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हो सकता है कि दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में जो बजट आवंटित किया था, वह सही तरीके से खर्च हुआ या नहीं. 2022-23 और 2023-24 के दौरान सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़े दावे किए थे, लेकिन क्या वास्तव में मरीजों को इसका लाभ मिला? इस पर भी रिपोर्ट में जानकारी दी जाएगी.
बीजेपी रही है हमलावर
बीजेपी ने विपक्ष में रहते हुए पिछली दिल्ली सरकार को घेरना शुरू कर दिया था. बीजेपी का आरोप था कि सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की भारी कमी है, मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ता है और दवाएं तक उपलब्ध नहीं हैं.
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह क्या बोले?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा, "पिछली सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही थी, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. CAG रिपोर्ट में सब सामने आ जाएगा.”
आप विधायकों को विधानसभा में प्रवेश से रोका गया
इस बीच गुरुवार (27 फरवरी) को नेता प्रतिपक्ष आतिशी सहित आप के 21 विधायकों को विधानसभा के परिसर में दाखिल होने से रोक दिाय गया. इस पर पार्टी के विधायकों ने परिसर के बाहर ही धरना दे दिया. आतिशी ने कहा कि दिल्ली की सरकार ने सत्ता में आते ही तानाशाही की हदें पार कर दी हैं.
मंगलवार को आप के विधायकों का हुआ था निलंबन
मंगलवार (25 फरवरी) को एलजी वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान सदन की कार्यवाही में बाधा डालने की वजह से आतिशी सहित सदन में मौजूद आप के 21 विधायकों को विधानसभा से तीन दिनों के निलंबित कर दिया गया. दिल्ली में आप के कुल 22 विधायक हैं. मंगलवार को ओखला से आप के विधायक अमानतुल्लाह खान सदन में मौजूद नहीं थे.
'जब बीजेपी विधायक सदन में मेज पर चढ़ गए थे...'
आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि जब बीजेपी विधायक सदन में मेज पर चढ़ गए थे, तब भी उन्हें इस तरह से (विधानसभा में प्रवेश से) नहीं रोका गया. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.’’ इससे पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आतिशी ने कहा, ‘‘ ‘जय भीम’ के नारे लगाने को लेकर तीन दिन के लिए आम आदमी पार्टी के विधायकों को सदन से निलंबित किया और आज ‘आप’ विधायकों को विधानसभा परिसर में घुसने भी नहीं दिया जा रहा है. ऐसा दिल्ली विधानसभा के इतिहास में कभी नहीं हुआ.’’
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