दिल्ली सरकार ने राजधानी के सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए एक बड़ी पहल की है. महमाना पंडित मदन मोहन मालवीय विद्या शक्ति मिशन के तहत अब शहर के 2,200 बच्चों को JEE, NEET, CLAT, CA और CUET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग दी जा रही है. सरकार का दावा है कि यह सिर्फ एक कोचिंग योजना नहीं, बल्कि युवाओं में आत्मविश्वास जगाने और उन्हें बड़ा सोचने की ताकत देने की दिशा में कदम है.
21 करोड़ की योजना से संवरेगा भविष्य
इस पूरे मिशन पर करीब ₹21 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. यह कोचिंग केवल उन्हीं छात्रों को दी जाएगी जो दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ते हैं और पढ़ाई में मेधावी माने जाते हैं. कक्षाएँ स्कूल के बाद और वीकेंड पर आयोजित होंगी. बच्चों को क्लासरूम टीचिंग, लाइव ऑनलाइन सेशन, स्टडी मटेरियल और टेस्ट प्रैक्टिस सबकुछ मुफ्त मिलेगा.
AI क्लासेज और आधुनिक शिक्षा का वादा
दिल्ली सरकार का कहना है कि वह शिक्षा को केवल किताबों तक सीमित नहीं रखना चाहती. सरकार का लक्ष्य है कि बच्चों को AI-आधारित कक्षाएं, मानवीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा, हर बच्चे को बराबर अवसर दिया जाए.
शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि इस मिशन के जरिए बच्चों को सिर्फ परीक्षा पास करने का मौका नहीं मिल रहा, बल्कि उनके अंदर बड़े सपने देखने का हौसला भी पैदा किया जा रहा है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने और बच्चों की भावनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित करने पर काम कर रही है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के स्कूलों को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है.
बालिकाओं के लिए खास आरक्षण
दिल्ली सरकार ने लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए इस योजना में स्पेशल रिजर्वेशन रखा है. JEE, NEET, CLAT और CA फाउंडेशन कोर्स की कुल सीटों में से 50 सीटें सिर्फ बालिकाओं के लिए और CUET-UG की 1,000 सीटों में से 150 सीटें लड़कियों के लिए रहेगीं.
बड़े संस्थान कराएंगे तैयारी
इस मिशन की तैयारी दिल्ली के नामी कोचिंग संस्थानों के सहयोग से की जा रही है. इनमें आकाश इंस्टिट्यूट, नारायण अकादमी, केडी कैंपस, रविंद्र इंस्टिट्यूट शामिल हैं. ये संस्थान बच्चों को कोर्स पढ़ाने के साथ मॉक टेस्ट और तैयारी सामग्री भी उपलब्ध कराएँगे.
CET-2025: 62,000 छात्रों ने दिखाई बड़ी उम्मीद
शिक्षा मंत्री ने बताया कि 30 अक्टूबर 2025 को आयोजित CET-2025 में करीब 62,000 छात्रों ने हिस्सा लिया. यह सरकार के अनुसार दिल्ली के युवाओं की बढ़ती महत्वाकांक्षा का संकेत है. चयनित छात्रों की काउंसलिंग पूरी हो चुकी है और 26 नवंबर 2025 से कक्षाएँ शुरू हो गई हैं.
शिक्षा मंत्री सूद ने दिल्ली के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को निर्देश दिया कि वे अपने स्कूलों में भावनात्मक और मानसिक सहायता तंत्र को मजबूत करें. उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा खुद को अनदेखा या अकेला महसूस न करे. बच्चों में शुरुआती तनाव की पहचान हो. शिक्षकों को मानसिक स्वास्थ्य पर संवेदनशीलता का प्रशिक्षण मिले. छात्रों में बिना झिझक बातचीत और आपसी सहयोग की संस्कृति बने.
सरकार का कहना है कि शिक्षा सिर्फ अंक लाने का तरीका नहीं, बल्कि बच्चों की मानसिक सेहत, गरिमा और मानवीय मूल्य भी उतने ही जरूरी हैं.