ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने रामभद्राचार्य के आरक्षण खत्म करने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने रामभद्राचार्य को लेकर कहा कि वह मलाई खा रहे हैं. मर्सीडीज में चल रहे हैं. आराम कि जिंदगी जी रहे हैं. उन्हें क्या पता एससी, एसटी, ओबीसी किस दर्द और पीड़ा में जी रहे हैं. आरक्षण को लेकर उन्होंने कहा कि क्यों आरक्षण खत्म नहीं होना चाहिए. 

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उन्होंने आगे कहा कि जो बड़ों ने पुरखों ने आरक्षण की लड़ाईयां लड़कर शहादतें देकर यह आरक्षण पास कराया है, आप कह रहे हैं कि खत्म कर देना चाहिए. मौलाना ने कहा कि एससी-एसटी को पहले वह मुकाम तो दे दें. आप उन्हें मंदिरों में पुजारी नहीं बनाना चाहते हैं, मंदिरों के गर्भ-ग्रह तक उन्हें जाने नहीं देना चाहते. 

इस पर आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी था और उस फैसले के बाद भी इस तरह की बातें नहीं की. जब आप उन्हें बराबरी नहीं देना चाहते तो सरकार से अगर उन्हें आरक्षण के नाम पर कोई फायदा मिल रहा है तो आप उसका विरोध क्यों करते हैं. मौलाना ने आगे कहा कि उन लोगों को आरक्षण हटाकर उनको इतना कमजोर करना चाहते हैं कि वह फिर आपके कदमों में आकर गिर जाएं और आपको भगवान मानना शुरू कर दें. 

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पॉलीगैमी बिल पर क्या बोले मौलाना साजिद रशीदी?

पॉलीगैमी बिल पर बात करते हुए साजिद रशीदी ने कहा, 'मुसलमान तो ज्यादा सरकारी नौकरियों में नहीं है.' उन्होंने आगे कहा कि यह आस्था पर चोट है, क्योंकि इस्लाम में बहु-विवाह की आजादी है. संविधान का हवाला देते हुए रशीदी ने कहा कि देश के संविधान में आर्टिकल 26, 27 और आर्टिकल 30 तक यह लिखा हुआ है कि हम अपने मजहब पर आजादी के साथ अमल कर सकते हैं. 

आगे मौलाना ने कहा कि हम अपने मजहब का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं. हम अपनी तरह के संस्थान, मदरसे और स्कूल कॉलेज खोल सकते हैं और उनको चला सकते हैं. मौलाना ने आगे कहा कि इस तरह के बिल लाने वाले आप कौन होते हैं. उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर लोगों को इस्लामोफोबिया है. जो लोग इस्लाम और मुसलमान को एक आंख देखना नहीं चाहते, जिनकी राजनीति इस्लाम और मुसलमान पर टिकी है, वह इसी तरह के बिल ला सकते हैं. 

असम सरकार ने पास किया पॉलीगैमी बिल

असम विधानसभा में सरकार द्वारा हाल ही में पॉलीगैमी प्रोहिबिशन बिल पास किया गया. यह बिल राज्य में एक से ज्यादा शादी पर रोक लगाने के लिए लाया गया. इस बिल के पास होते ही अब राज्य में एक से ज्यादा शादी करना गैरकानूनी हो गया. 

इस बिल के आने के बाद कई धार्मिक नेताओं और धर्मगुरुओं की ओर से प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. इस बीच ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी का बयान सामने आया है. उन्होंने इस बिल को आस्था पर हमला करार दिया है. 

आज शिक्षा का स्तर क्या है- मौलाना साजिद रशीदी

मौलाना साजिद रशीदी ने आगे बातचीत में कहा कि देश-प्रदेश को किन चीजों से फायदा होगा, आज शिक्षा का स्तर क्या है. महंगाई कहां तक बढ़ गई है, लोगों के पास रोजगार है कि नहीं है. इन बातों पर इन लोगों को बात नहीं करनी है.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ हिंदू मुसलमान करना है और इसी वजह से यह बिल लाया गया है. लोगों से अपील करते हुए मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि इस तमाम लोगों को विरोध जताना चाहिए.