Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) और केजरीवाल सरकार के बीच लेटर वॉर जारी है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शुक्रवार (18 अगस्त) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में भीषण बाढ़ का कारण बनने वाले कारकों का उल्लेख किया. उन्होंने भविष्य में ऐसी स्थिति बनने से रोकने के लिए कई उपाय सुझाए. अब जल एवं सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरत्र भारद्वाज ने इस लेटर का जवाब देते हुए एलजी पर ये आरोप लगाया है.


एलजी के निर्देश पर हुए ये काम


सौरभ भारद्वाज लेटर का जवाब देते हुए कहा कि, एलजी ने नालों की आंशिक सफाई का जो निर्देश दिया था, जिसके कारण यमुना नदी के तल में भारी मात्रा में गाद जमा हो गई. सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि कई करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं अवैज्ञानिक और अवैध थीं और मंत्री द्वारा अनुमोदित नहीं थीं. उपराज्यपाल के निर्देश पर दिल्ली सरकार के मंत्री और निर्वाचित सरकार के साथ कोई जानकारी साझा किए बिना गाद निकालने और नालों की सफाई करने की कई परियोजनाएं चलाई जा रही थीं.






हरियाणा सरकार ने दिल्ली की ओर भेजा पानी
आप मंत्री ने आगे कहा कि, एलजी ने इस बात को एकदम नजरअंदाज कर दिया कि हरियाणा सरकार पहले ही स्वीकार कर चुकी है कि उनके इंजीनियरों ने आइटीओ बैराज का रखरखाव नहीं किया और उन्होंने अपने सीनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया है. सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के प्रमुख सरकार से यह बात छिपा रहे थे कि आइटीओ बैराज के गेट जाम थे.


इसके साथ ही यूपी को बाढ़ से बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने हथिनीकुंड बैराज से पूर्वी यमुना नहर को सूखा रखते हुए भारी मात्रा में पानी दिल्ली की ओर भेजा. आम नेता ने कहा कि अब यह देखना है कि क्या एलजी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे.


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