राजधानी दिल्ली में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल का आज 7वां दिन है. हड़ताल के कारण इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. क्रिटिकल केस होने के बावजूद इलाज से महरूम है, हालांकि सफदरजंग अस्पताल में आज मरीजों को इलाज मिल रहा है. हड़ताल का बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा क्योंकि मरीजों को इमरजेंसी में देखा जा रहा है. मरीजों और उनके परिजनों ने एबीपी न्यूज को बताया कि नंबर आने में थोड़ा टाइम लग रहा है लेकिन उन्हें कुछ देर इंतजार करने में कोई परहेज नहीं है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण लोगों को इलाज में दिक्कत पेश आ रही है. ऐसे ही एक परिवार से एबीपी न्यूज ने बात की. 


पिता कलाम अपने 1 साल के बच्चे के हृदय का ऑपरेशन कराने के लिए आरएमएल अस्पताल पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर से आए हैं, सुबह से मां और पिता अस्पताल में इलाज की प्रक्रिया शुरू करवाने के लिए भटक रहे हैं लेकिन ऑपरेशन से संबंधित जरूरी टेस्ट भी अब तक नहीं हुए हैं. पेशे से ऑटो चालक कलाम के साथ उनकी पत्नी, मां और दूसरा 3 साल का बच्चा भी है जो सुबह 6 बजे से अस्पताल परिसर में इलाज के इंतजार में डॉक्टरों से मिल रहे हैं लेकिन करीब 7 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई सफलता नहीं मिली. कलाम कहते हैं कि बच्चे का ऑपरेशन होना था इसलिए यहां आया हूं. इसका एक ऑपरेशन हो चुका है, दूसरा भी होना है लेकिन जांच के लिए मना कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि ऑपरेशन की दूसरी डेट मिलेगी आपको. बच्चे को कुल तीन ऑपरेशन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि परसो इसे एडमिट होना था लेकिन ये एडमिट नहीं हो पा रहा है, अभी इसकी जांच ही नहीं हो पा रही है.  ऑपरेशन के लिए नई डेट नहीं मिल पा रही है.


इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि 10 दिन घर रहते हैं तो 15 दिन अस्पताल में रहते हैं. रोज आना मुश्किल होता है, क्योंकि घर चलाने के लिए पैसे भी तो कमाने हैं.  कलाम ने सरकार से कहा है कि डॉक्टरों की मांगें भी जायज हैं, सरकार से कहना चाहूंगा कि आप डॉक्टरों को नहीं देखेंगे तो वो हमें कैसे अटेंड कर पाएंगे? सरकारी हॉस्पिटल है बस इसी का सहारा है. प्राइवेट का खर्च तो हमारी क्षमता के बाहर है.


बता दें कि नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में हो रही देरी के कारण दिल्‍ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर समेत सफदरजंग, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और रोहिणी स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर मेडिकल कॉलेज, कलावती सरन अस्पताल, एलएनजेपी हॉस्पिटल,जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल में शामिल हैं.


कई बड़े अस्पताल के डाक्टरों की हड़ताल चल रही है. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद कई दिनों तक चली हड़ताल एक हफ्ते के लिए रोकने का ऐलान किया था. लेकिन अब तक कोई समाधान न निकलने पर डॉक्टरों की हड़ताल फिर से बीते सात दिनों से चल रही है.


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