शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने एक ऐसे शातिर अफ्रीकी नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो खुद को यूके-बेस्ड कोरियन ज्वेलरी बिज़नेसमैन बताकर महिलाओं से ठगी की वारदात को अंजाम देता था. आरोपी ने Hello Talk नाम के एप पर फर्जी पहचान बता कर 100 से ज्यादा महिलाओं से दोस्ती की और फिर उनका भरोसा जीत कर उनसे लाखों रुपये ऐंठ लिए.
डीसीपी प्रशांत प्रिय गौतम के मुताबिक, शाहदरा साइबर पुलिस को दी गयी शिकायत में अंजली नाम की एक महिला ने बताया कि, उसकी दोस्ती Hello Talk ऐप पर “डक यंग” नाम के एक शख्स से हुई. उसने खुद को यूके में बसे कोरियन बिज़नेसमैन के रूप में पेश किया.
उसका भरोसा जीतने के बाद उसने दावा किया कि वह इंडिया आया है और मुंबई एयरपोर्ट पर उसे मेडिकल कार्ड न होने के कारण इमिग्रेशन अधिकारियों ने रोक लिया है. इसके बाद खुद को अधिकारी बताकर कुछ लोगों ने महिला को कॉल किया और क्लियरेंस के नाम पर पैसे मांगे. महिला ने UPI से 48,500 रुपये ट्रांसफर किए. जिसके बाद दो लाख रुपये और मांगे गए जिसे देने से उसने इनकार कर दिया, तो उसका आरोपी ने अपना मोबाइल बंद कर दिया.
लगातार निगरानी और गिरफ्तारी
डीसीपी ने बताया कि, मामले की गम्भीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर अमित धानी की अगुवाई में एएसआई अनिरुद्ध, हेड कांस्टेबल संदीप, विकास, धर्मेंद्र और महिला हेड कांस्टेबल मनीषा की टीम ने तकनीकी जांच शुरू की. कॉल डिटेल्स और आईपी एड्रेस की पड़ताल के बाद आरोपी को पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर से गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ, जिसमें Hello Talk ऐप पर वही नकली प्रोफाइल मिला, जिससे वह पीड़ित महिला को फंसाया करता था.
आरोपी की पहचान स्टेफ़न उर्फ़ के. सी. डॉमिनिक के रूप में हुई और वह नाइजीरियाई का रहने वाला है. 2019 में उसने आइवरी कोस्ट से पासपोर्ट बनवाया और टूरिस्ट वीज़ा पर भारत आया. वीज़ा खत्म होने के बाद भी वह भारत से लौटा नहीं. पैसे खत्म होने पर उसने ठगी का रास्ता चुना और महिलाओं को निशाना बनाने लगा.
ऐसे बनाता था महिलाओं को शिकार
उसने Hello Talk पर बनाये गए प्रोफाइल में खुद को यूके में रहने वाला कोरियन ज्वेलरी बिजनेसमैन ‘डक यंग’ के रूप में पेश किया और अकेली महिलाओं को निशाना बनाना शुरू किया. भरोसा जीतने के लिए वह लंबे समय तक चैट करके उनसे भावनात्मक नज़दीकी बनाता था, फिर अचानक उनसे खुद के मुम्बई एयरपोर्ट पर रोके जाने की झूठी कहानी सुनाता था. जिसके बाद वह अपने सहयोगियों से इमिग्रेशन अधिकारी बनकर कॉल करवाता था और पीड़ित से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए पैसे वसूलने के बाद सम्पर्क तोड़ देता था.
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे वारदात में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन बरामद किया है. शुरुआती जांच में सामने आया कि वह देशभर की 100 से ज्यादा महिलाओं से चैट कर चुका था और उन्हें जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा था. फिलहाल इस मामले में आगे की जांच जारी है.