Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली से रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है, जिसमें एक साले ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही जीजा की इतनी बेरहमी से पिटाई कर दी कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां कई दिनों के इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं, इस मामले में अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किए जाने से लोगों में काफी रोष है. पीड़ित  पक्ष के लोग दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.


यह मामला दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार इलाके का है. बीते 29 दिसंबर को संगम विहार के H-17 में रहने वाले राकेश और उसकी पत्नी के बीच खाना बनाने की बात को लेकर झगड़ा हुआ था. इस बात को लेकर राकेश की पत्नी ज्योति ने फरीदाबाद से अपने भाई को बुला लिया. ज्योति का भाई अपने दोस्तों के साथ राकेश के घर पहुंचा और राकेश से झगड़ा करने लगा. विवाद बढ़ने पर वे घसीटते हुए राकेश को घर के बाहर ले गए और उसकी पिटाई करने लगे. जिसे देख राकेश का भाई मुकेश उनके पास आया और उन्हें घर के अंदर बैठ कर बात करने के लिए कहा. उन्होंने मुकेश की भी पिटाई कर दी. इसके बाद आरोपियों ने राकेश के बेसुध होने तक पिटाई की और फिर से झगड़ा करने पर जान से मारने की धमकी देकर वहां से चले गए.


अस्पताल में इलाज के दौरान हुई राकेश की मौत


राकेश के परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस दोनों घायलों को लेकर इलाज के लिए अस्पताल लेकर गई. जहां दोनों के बयान पर पुलिस ने 31 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और छानबीन में जुट गई. इसी बीच अस्पताल में इलाज के दौरान कुछ दिनों के बाद राकेश की मौत हो गई. इस मसले को लेकर लोगों ने सोमवार को संगम विहार थाने के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप है कि, पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती और मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार करना तो दूर, पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया.


आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस


दक्षिणी जिला के डीसीपी अंकित चौहान का कहना है कि 29 दिसंबर को राकेश और उसके भाई मुकेश के साथ की गई बेरहमी से मारपीट के मामले में 31 दिसंबर को पीड़ितों के बयान के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. पुलिस इस मामले में आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.


परिजनों का पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप


इस पूरे मामले में राकेश के परिजनों में पुलिस के अब तक के रवैये से असंतोष की भावना है. उनका कहना है कि पुलिस ने अब तक आरोपियों को तो गिरफ्तार नहीं किया है. वहीं राकेश की उतनी ज्योति से भी अब तक पूछताछ नहीं की है. वह अभी भी खुलेआम घूम रही है. राकेश की बहनों ने बताया कि 2004 में राकेश की शादी फरीदाबाद की रहने वाली ज्योति से हुई थी. दोनों की 13 साल की एक बेटी है. शादी के बाद से ही आये दिन दोनों में झगड़े होते रहते थे. उसने इस बार हद पर कर दी और अपने भाईयों को बुला कर राकेश की बेरहमी से पिटाई करवा दी, जिससे उसकी जान चली गई. अब उन्हें इंसाफ चाहिए.


ये भी पढ़ें:


Saurabh Bhardwaj का सुंदरकांड पाठ पर असदुद्दीन ओवैसी को करारा जवाब, कहा- 'भगवान हनुमान उन्हें भी दें आशीर्वाद'