Delhi Crime News: दिल्ली में एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड द्वारका की टीम ने हत्या के प्रयास और कारोबारी से फिरौती मांगने का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इलेक्ट्रिशियन समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गैंगस्टरों के वीडियो से प्रेरित होकर इलेक्ट्रिशियन ने उगाही की योजना बनाई थी. पकड़े गये आरोपियों की पहचान सन्नी शाह, निखिल उर्फ चिन्नू, लक्ष्य भारद्वाज, शिव प्रकाश शुक्ला और इंद्रजीत के रूप में हुई है.


पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से देसी कट्टा, स्कूटी और मोबाइल बरामद किया है. द्वारका डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि नकफगढ़ इलाके में 18 अप्रैल को फायरिंग की सूचना पीसीआर कॉल से मिली थी. इंदिरा पार्क स्थित एसडीएस मेटल एम्पोरियम एलएलपी के गोदाम में पहुंची.


इलेक्ट्रिशियन निकला सरगना


पुलिस को घायल अवस्था में संजय मिला. उसने हेल्पर पद पर काम करने की बात कही. उसने बताया कि सुबह 10 बजे साफ-सफाई का काम चल रहा था. गेट खोलने के दौरान हेलमेट पहने आरोपी ने बिना कुछ कहे गोली चला दी. उसने शोर मचाना शुरू किया. वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गया. डीसीपी ने बताया कि नजफगढ थाने में आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई. जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ.


वीडियो देखकर हुआ था प्रेरित


कारोबारी के बेटे ललित से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गयी थी. कॉलर ने गैंगस्टर के नाम पर दो करोड़ रंगदारी देने को कहा गया था. रंगदारी नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा. डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन की देखरेख में एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड द्वारका की टीम का गठन किया गया. टीम में ऑटो थेफ्ट स्क्वाड के इंचार्च इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, एसआई दिनेश कुमार, एएसआई तोपेश, जितेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल राजेश यादव शामिल रहे है.


दो करोड़ की मांगी थी फिरौती


पुलिस टीम दो हिस्सों में बंट कर मामले की छानबीन तेज कर दी. एक टीम को सीसीटीवी फुटेज खंगालने के काम पर लगाया गया. दूसरी टीम टेक्निकल सर्विलन्स की सहायता से आरोपियों का पता चलगाने में जुट गयी. आखिरकार पुलिस के अथक प्रयास का फल मिला.


19 अप्रैल को सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से मुख्य आरोपी शूटर सन्नी साह समेत दो साजिशकर्ता लक्ष्य भारद्वाज, निखिल उर्फ चिन्नू और दो सहयोगी शिव प्रकाश शुक्ला एवं इंद्रजीत को दबोच लिया गया.


पूछताछ में खुलासा हुआ कि वारदात में चोरी का सिम इस्तेमाल किया गया था. आरोपी सन्नी साह पेशे से इलेक्ट्रिशियन है. कारोबारी से उगाही की योजना का मास्टरमाइंड इलेक्ट्रिशियन निकला. सन्नी साह ने साथियों को कारोबारी के बारे में सूचना दी थी. यूट्यूब पर उपलब्ध गैंगस्टरों के वीडियो को देखकर बदमाशों को प्रेरणा मिली थी. सन्नी साह ने अपने दोस्तों निखिल उर्फ चिन्नू, लक्ष्य और हिमांशु के साथ मिलकर मंसूबा तैयार किया था.


योजना के तहत चोरी का सिम और चोरी की स्कूटी का इंतजाम किया गया. हथियार का इंतजाम सन्नी ने गांव से किया था. कारोबारी के गोदाम पहुंचकर सन्नी ने फायरिंग की. दहशत फैलाने के बाद सन्नी और निखिल गुरुग्राम चले गए. उन्होंने कारोबारी के बेटे को फोन कर दो करोड़ की रंगदारी मांगी.


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